गुर्जर आरक्षण आंदोलन का आज तीसरा दिन, रेल लाइन पर बैठे हैं प्रदर्शनकारी
आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर समाज का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी है. कर्नल किरोरी सिंह बैंसला के समर्थक बयाना के पास पीलूपुरा में रेल लाइन पर बैठे हैं.
भरतपुर:
गुर्जर आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जरों का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी है. आंदोलनकारियों और सरकार के बीच कोई नई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन सरकार ने कहा है कि बातचीत के लिए उसके दरवाजे खुले हैं. दरअसल, आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोरी सिंह बैंसला के समर्थक बयाना के पास पीलूपुरा में रेल लाइन पर बैठे हैं.
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रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करने की वजह से दिल्ली मुंबई रेल मार्ग पर ट्रेनों का आवागमन बंद है. कई सड़कें भी इस आंदोलन की वजह से बंद हैं. सोमवार को आंदोलनकारी नेताओं या सरकार के बीच कोई बातचीत नहीं हुई. सरकार की ओर से विधानसभा में इस मामले में बयान दिया गया. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि आंदोलनकारी गुर्जरों से बातचीत के लिए सरकार के दरवाजे खुले हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई दिक्कत है तो उसका समाधान केवल बातचीत से ही हो सकता है.
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बता दें कि बयाना के अड्डा गांव में बीते 17 अक्टूबर को हुई गुर्जर महापंचायत के दौरान गुर्जर नेताओं ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि उनकी मांग नहीं मानी गई तो गुर्जर समाज एक नवंबर से आंदोलन करेगा. हालांकि तीन दिन पहले गुर्जर समाज का एक प्रतिनिधि मंडल जयपुर सरकार से बातचीत के लिए गया था. बताया जा रहा है कि दोनों के बीच सकारात्मक बातचीत भी हो गई थी, लेकिन इसके बाद भी कर्नल किरोरी सिंह बैंसला पक्ष ने यह बात नहीं मानी और रविवार से आंदोलन शुरू कर दिया है, जिसका मंगलवार को तीसरा दिन है.
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