CM उद्धव ठाकरे के Open Letter पर NCP सांसद सुप्रिया सुले ने कही ये बड़ी बात
शिवसेना के बागी शिंदे गुट के नाम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पत्र सामने आने के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गई है. उद्धव ठाकरे के भावुक लेटर के बाद एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले भी मीडिया से उद्धव ठाकरे का समर्थन किया है.
मुंबई:
शिवसेना के बागी शिंदे गुट के नाम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पत्र सामने आने के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गई है. उद्धव ठाकरे के भावुक लेटर के बाद एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले भी मीडिया से उद्धव ठाकरे का समर्थन किया है. सुप्रिया सुले ने कहा कि शिवसेना ठाकरे परिवार के लिए महज एक पार्टी कभी नहीं थी. एक परिवार ने इस तरह की अनबन होती रहती है, लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं होता कि परिवार के टुकड़े हो जाएं.
उद्धव को बताया बालासाहेब के असली उत्तराधिकारी
भावनात्मक होने के बावजूद भी सांसद सुप्रिया सुले ने यह भी याद दिलाया कि बालासाहेब ठाकरे ने खुद ही उद्धव ठाकरे को अपना उत्तराधिकारी चुना था. उद्धव ठाकरे जब भी भावुक होते हैं. उनके मां की छवि उनमें दिखाई देती है. इसलिए उद्धव ठाकरे शिवसेना परिवार के माता-पिता दोनों हैं. अगर परिवार के मुखिया नाराज सदस्यों से सामने आकर चर्चा का निमंत्रण देते है, तो जाहिर सी बात है कि वो आपकी नाराजगी दूर करने का प्रयास करना चाहते हैं.
ये लिखा था ठाकरे ने अपने पत्र में
महाराष्ट्र में चल रही सियासी उठापठक के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गुवाहाटी में बैठे अपने नाराज विधायकों को मनाने के लिए सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी पोस्ट की है. इस चिठ्ठी में उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों से भावुक अपील की है. कैबिनेट बैठक से पहले उद्धव ठाकरे ने अपने ओपन लेटर के जरिए से एक बार फिर से नाराज नेताओं को सामने आकर चर्चा करने का निमंत्रण दिया है.
खुद को शिवसेना परिवार का बताया मुखिया
उद्धव ठाकरे अपने लेटर में लिखते है कि शिव सैनिक विधायक भाइयों और बहनों, जय महाराष्ट्र! इसके बाद ठाकरे ने लिखा है कि आप पिछले कुछ दिनों से गुवाहाटी में फंसे हुए हैं. आपके बारे में रोज नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं. आप में से कई लोग मेरे साथ संपर्क में भी हैं. आप अब भी दिल से शिवसेना में हैं. आप में से कुछ विधायकों के परिवार के सदस्यों ने भी मुझसे संपर्क किया है और मुझे अपनी भावनाओं से अवगत कराया है. शिवसेना के परिवार के मुखिया के रूप में मैं आपकी भावनाओं का सम्मान करता हूं. लेकिन मैं आप सभी से निवेदन करता हूं कि भ्रम से छुटकारा पाएं.
एक साथ बैठकर मामले का हल निकालने की अपील
उद्धव ठाकरे आगे लिखते हैं कि इसका एक निश्चित रास्ता होगा. हम बैठेंगे एक साथ और इससे बाहर निकलने का रास्ता खोजें. किसी के गलत कामों के झांसे में न आएं. शिवसेना द्वारा दिया गया सम्मान कहीं नहीं मिल सकता. आगे आकर बोलेंगे तो रास्ता निकलेगा. शिवसेना पार्टी प्रमुख और परिवार के मुखिया के रूप में मुझे अब भी आपकी चिंता है. अंदर आओ, एक नजर डालें और आनंद लें!
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