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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने पूर्ण कृषि ऋण माफी का दिलाया भरोसा

ठाकरे का यह बयान उनकी पार्टी शिवसेना के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार द्वारा कृषि ऋण माफी को औपचारिक रूप से मंजूर किए जाने के एक दिन बाद आया है.

Updated on: 25 Dec 2019, 10:10 PM

पुणे:

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में पूर्ण कृषि ऋण माफी का बुधवार को भरोसा दिलाया. साथ ही, उन्होंने भाजपा पर चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि राकांपा प्रमुख शरद पवार ने उन्हें सिखाया कि कम जमीन पर कैसे अधिक फसल उपजाई जाती है और विधानसभा में विधायकों की कम संख्या होने पर भी सरकार कैसे बनाई जाती है. ठाकरे का यह बयान उनकी पार्टी शिवसेना के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार द्वारा कृषि ऋण माफी को औपचारिक रूप से मंजूर किए जाने के एक दिन बाद आया है. इसके तहत एक अप्रैल 2015 से 31 मार्च 2019 तक किसानों द्वारा लिए गए दो लाख रुपये तक के लघु अवधि के कृषि ऋण बट्टे खाते में डाल दिए जाएंगे.

इस योजना के तहत नये सिरे से तय की गई पुनर्भुगतान की किस्त (लघु अवधि कृषि ऋण) के 30 सितंबर 2019 तक के बकाये को माफ किया जाएगा. ठाकरे ने कहा, ‘‘हमने कृषकों को फौरी राहत के तौर पर दो लाख रुपये (प्रति किसान) तक की कर्ज माफी की है. लेकिन हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उनका समूचा (फसल का) कर्ज माफ हो.’’ उन्होंने यहां वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट की सालाना आम सभा बैठक को संबोधित करते हुए यह कहा. इस संस्थान के अध्यक्ष राकांपा प्रमुख शरद पवार भी उपस्थित थे. अपने भाषण के दौरान ठाकरे ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के उस बयान को लेकर उन्हें आड़े हाथ लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है.

शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘राकांपा प्रमुख शरद पवार ने हमें सिखाया है कि कम जमीन पर अधिक फसल कैसे उपजाई जाती है और विधानसभा में विधायकों की कम संख्या होने पर भी सरकार कैसे बनाई जाती है.’’ भाजपा और शिवसेना ने 21 अक्टूबर को हुआ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ा था लेकिन शिवसेना के कांग्रेस और राकांपा से हाथ मिलाने पर भगवा दलों का गठबंधन टूट गया. इसके बाद शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने नवंबर के अंत में महाराष्ट्र विकास आघाडी की सरकार बनाई. पवार इस सत्तारूढ़ गठबंधन के मुख्य योजनाकार माने जाते हैं.