डॉक्टर्स की हड़ताल को कमलनाथ के मंत्री ने बताया राजनीति से प्रेरित, दिग्विजय सिंह ने कही ये बात
जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में डॉक्टरों की हिफाजत के लिए पहले ही डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू है.
नई दिल्ली:
पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन को पूरे देश में समर्थन मिल रहा है. मध्य प्रदेश में भी हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है. प्रदेश में निजी अस्पतालों के डॉक्टर 24 घंटे के कार्य बहिष्कार पर हैं. डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी ने बड़ा बयान दिया है. पटवारी ने मध्यप्रदेश में डॉक्टर्स की हड़ताल को राजनीति से प्रेरित करार दिया है.
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News State के खास बातचीत में कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में डॉक्टरों की हिफाजत के लिए पहले ही डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू है और ऐसे में पश्चिम बंगाल की एक घटना को आधार बनाकर मध्य प्रदेश में हड़ताल किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
वहीं जीतू पटवारी ने ट्विटर पर लिखा, 'अस्पताल जिंदगी और डॉक्टर आशा और विश्वास के प्रतीक होते है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बंगाल की घटना का सहारा लेकर समूचे देश की स्वास्थ्य सेवाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है. मध्यप्रदेश में डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर कानून होने के बाद भी हड़ताल केंद्र की राजनीति से प्रेरित लगती है.'
अस्पताल जिंदगी और डॉक्टर आशा और विश्वास के प्रतीक होते है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बंगाल की घटना का सहारा लेकर समूचे देश की स्वास्थ्य सेवाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है।
— Jitu Patwari (@jitupatwari) June 17, 2019
मध्यप्रदेश में डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर कानून होने के बाद भी हड़ताल केंद्र की राजनीति से प्रेरित लगती है।
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इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में डॉक्टर्स की हड़ताल पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, 'प्रदेश में तो डॉक्टरों की सुरक्षा का कानून है, फिर हड़ताल क्यों ? मध्य प्रदेश शासन को कानून को सख्ती से लागू करना चाहिए. मरीजों का इलाज डॉक्टर का प्रथम दायित्व है. जो इसे राजनैतिक रूप दिया जा रहा है वह अनुचित है.'
मप्र में तो डॉक्टरों की सुरक्षा का क़ानून है फिर हड़ताल क्यों? मप्र शासन को क़ानून को सख़्ती से लागू करना चाहिये। मरीज़ों का इलाज डॉक्टर का प्रथम दायित्व है। जो इसे राजनैतिक रूप दिया जा रहा है वह अनुचित है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 17, 2019
बता दें कि पश्चिम बंगाल में हुई डॉक्टर के साथ हिंसा के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने एक दिन के हड़ताल का ऐलान किया है. हालांकि सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं, कैजुअल्टी सेवाएं चल रहेंगी. इस हड़ताल की वजह से मरीज बेहद परेशान हैं. कोई इलाज के लिए भटक रहा है तो किसी का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है. इंदौर में आज सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों की छुट्टी रद्द कर दी गई है.
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