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BJP सांसद रमेश बिधूड़ी के बयान पर बवाल, लालू यादव बोले-'ये बीजेपी का अमृतकाल नहीं... विषकाल है'

आरजेडी चीफ लालू यादव ने रमेश बिधूड़ी पर हमला करते हुए कहा कि रमेश बिधूड़ी ने अपने मन से कुछ नहीं बोला उन्होंने जो भी बोला वो पीएम मोदी के इशारे पर बोला है. जिस तरह की असंसदीय भाषा का इस्तेमाल रमेश विधुड़ी ने किया वह लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है.

Updated on: 22 Sep 2023, 04:24 PM

highlights

  • बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के बयान पर सियासत
  • लालू यादव ने बीजेपी पर बोला करारा हमला
  • कहा-ये उनका अमृतकाल नहीं विषकाल चल रहा है

Patna:

संसद में विशेष सत्र के दौरान बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद में बीएसपी सांसद दानिश अली के खिलाफ कई आपत्तिजनक शब्द कहे गए. अब इस  मामले को लेकर जमकर राजनीति हो रही है. हालांकि, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रमेश बिधूड़ी द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए तुरंत संसद में ही माफी मांग ली लेकिन विपक्ष का गुस्सा शांत नहीं हुआ है. ताजा मामले में आरजेडी चीफ लालू यादव ने रमेश बिधूड़ी पर हमला करते हुए कहा कि रमेश बिधूड़ी ने अपने मन से कुछ नहीं बोला उन्होंने जो भी बोला वो पीएम मोदी के इशारे पर बोला है. जिस तरह की असंसदीय भाषा का इस्तेमाल रमेश विधुड़ी ने किया वह लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है. लालू यादव ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि ये इनका अमृतकाल नहीं है बल्कि विषकाल चल रहा है.

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लालू ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री ने देश की समृद्ध संसदीय परंपराओं के विरुद्ध ऐसी विकृत सामाजिक राजनीतिक संस्कृति को जन्म दिया है जिसमें इनकी एक सांसद राष्ट्रपिता गांधी जी के हत्यारे आतंकवादी का महिमा मंडन करती है. PM के इशारे पर एक बीजेपी सांसद पार्लियामेंट के अंदर विपक्ष के एक सांसद के लिए जिस अमर्यादित, असंसदीय और तुच्छ भाषा का प्रयोग कर रहा है वह घोर आपत्तिजनक, निंदनीय एवं लोकतंत्र व समाज के लिए चिंताजनक है. यह इनका अमृतकाल नहीं बल्कि विषकाल है.'

क्या कहा था रमेश विधुड़ी ने?

गुरुवार को लोकसभा में चंद्रयान 3 की सफलता पर संसद में चर्चा हो रही थी और बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी सदन में अपनी बात रख रहे थे. वो बात रख ही रहे थे तभी बीएसपी सांसद दानिश अली ने उन्हें बीच में टोक दिया. दानिश अली का टोकना था और रमेश बिधूड़ी का बिफरना. रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली के साथ कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया. रमेश बिधूड़ी के खिलाफ विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया. मामले में राजनाथ सिंह ने तुरंत हस्तक्षेप किया और बिधूड़ी की तरफ से दुख जताकर माफी मांगी. उसके बाद मामला जैसे-तैसे शांत हुआ.