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बिहार BPSC से शिक्षक अभ्यर्थी देने लगे इस्तीफा, बताई ये वजह!

एक तरफ बिहार में सियासी हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार के बीपीएससी द्वारा हाल ही में नियुक्त शिक्षकों के इस्तीफे का सिलसिला शुरू हो गया है, जिससे हलचल तेज हो गई है.

Updated on: 06 Dec 2023, 03:02 PM

highlights

  • UP के लोगों को रास नहीं आ रहा बिहार
  • बिहार BPSC से शिक्षक बने अभ्यर्थी देने लगे इस्तीफा
  • अभियार्तियों ने बताई बड़ी वजह 

Patna:

Bihar News: एक तरफ बिहार में सियासी हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार के बीपीएससी द्वारा हाल ही में नियुक्त शिक्षकों के इस्तीफे का सिलसिला शुरू हो गया है, जिससे हलचल तेज हो गई है. बता दें कि बिहार में बड़ी संख्या में यूपी के रहने वाले शिक्षकों ने इस्तीफा दे दिया है. पोस्टिंग के कुछ ही दिनों के भीतर इन नवनियुक्त शिक्षकों का इस्तीफा देना शुरू हो गया है. वहीं अगर संख्या की बात करें तो समस्तीपुर जिले में 30 शिक्षकों ने एक साथ इस्तीफा दिया है, जबकि मुजफ्फरपुर में 17 शिक्षकों का इस्तीफा विभाग को मिला है. इसके अलावा, बेगूसराय में 4 शिक्षकों ने इस्तीफा दिया है, जबकि मधुबनी में 1 शिक्षक ने इस्तीफा दिया है.

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आपको बता दें कि डीईओ ने अभी तक इन नवनियुक्त शिक्षकों द्वारा दिए गए इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया है. वहीं मुजफ्फरपुर में यूपी के शिक्षकों ने इस्तीफे की वजह केंद्रीय विद्यालय और दूसरी नौकरी पाना बताया है. साथ ही बता दें कि शिक्षकों के इस्तीफे के कारण स्कूलों में फिर से बड़े पैमाने पर शिक्षकों के पद खाली होने लगे हैं. इस्तीफे की वजह ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में पोस्टिंग भी बताई जा रही है.

इसके साथ ही आपको बता दें कि ऐसी आशंका है कि भविष्य में और भी शिक्षक इस्तीफा दे सकते हैं और इसे लेकर संबंधित जिलों के डीईओ ने शिक्षा विभाग को पत्र भेजना शुरू कर दिया है. वहीं, आपको बता दें कि बीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा पास करने के बाद यूपी से भी बड़ी संख्या में लोग बिहार में शिक्षक बने, लेकिन इस्तीफों के कारण कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी की समस्या जस की तस बनी रहेगी.

बिहार शिक्षा विभाग का ये है आदेश

आपको बता दें कि बिहार शिक्षा विभाग ने 13 नवंबर को एक आदेश जारी किया था. इसके आदेश में स्पष्ट किया गया था कि, भारत सरकार अथवा राज्य सरकार के किसी भी विभाग में कार्यरत नवनियुक्त शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण के समय वर्तमान विभाग से सेवा समाप्ति का पत्र तथा कोई बकाया शुल्क आदि लंबित न होने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा. हालांकि, अगर नवनियुक्त शिक्षक योगदान के समय निकासी पत्र जमा नहीं करेंगे, तो ज्वाइनिंग नहीं दी जायेगी. शिक्षा विभाग ने योगदान देने के लिए 30 नवंबर तक का समय दिया है.