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दंगेबाजों को News State ने सबूतों के साथ पकड़ा, DGP साहब आप कब पकड़ोगे?

मीडिया से मुखातिब हुए डीजीपी भट्टी ने कहा कि उपद्रवियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी लेकिन पुलिस का तो पता नहीं पर न्यूज स्टेट बिहार झारखंड ने कुछ उपद्रवियों को ढूंढ निकाला है.

Updated on: 03 Apr 2023, 07:20 PM

highlights

  • दंगों का Exclusive Video न्यूज स्टेट के पास
  • आगजनी करता नजर आ रहा है शख्स
  • बड़ा सवाल-पुलिस कब करेगी आरोपी को गिरफ्तार?

Patna:

रामनवमी के अवसर पर नालंदा और सासाराम में दंगे भड़क जाते हैं. नालंदा में एक शख्स की गोली लगने से मौत हो जाती है. सीएम नीतीश कुमार राज्य के आलाधिकारियों के साथ दंगों को लेकर बैठक करते हैं. बैठक में सूबे के मुख्य सचिव और डीजीपी आरएस भट्टी भी मौजूद रहते हैं. मीटिंग खत्म होने के बाद मुख्य सचिव और डीजीपी लंबी-लंबी मीडिया के सामने फेंककर चलते बनते हैं. दिखावटी तौर पर डीजीपी आरएस भट्टी आनन-फानन में मीटिंग खत्म होने के बाद नालंदा पहुंच जाते हैं और दिखावटी तौर पर ही दंगे के आरोपियों से पूछताछ भी कर लेते हैं और दंगे के आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाता है. मीडिया से मुखातिब हुए डीजीपी भट्टी ने कहा कि उपद्रवियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी लेकिन पुलिस का तो पता नहीं पर न्यूज स्टेट बिहार झारखंड ने कुछ उपद्रवियों को ढूंढ निकाला है.


दरअसल, न्यूज स्टेट बिहार झारखंड के पास एक सीसीटीवी फूटेज है. इसमें उपद्रवी साफ-साफ आगजनी करते हुए देखे जा सकते हैं. फूटेज में दो उपद्रवी दिक रहे हैं एक उपद्रवी द्वारा अपने चेहरे पर सफेद रंग का गमछा बांधकर एक बड़े से डंडे में पेट्रोल और कपड़े की मदद से आग लगाई जाती है और फिर आगजनी की जाती है. न्यूज स्टेट के पास आए वीडियो में जो उपद्रवी दिख रहे हैं वो अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहे हैं. ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर उपद्रवियों को चिन्हित करने में कितना समय पुलिस लगाती है और उन्हें कब तक गिरफ्तार करती है? अगर न्यूज स्टेट बिहार झारखंड द्वारा कुछ उपद्रवियों की पहचान कर ली जाती है तो पुलिस कैसे चूक रही है. 

क्या कहा था डीजीपी ने?


प्रेस कांफ्रेंस में डीजीपी आरएस भट्टी ने कहा कि वर्तमान में पूरे राज्य में विधि व्यवस्था नियंत्रण में है. सासाराम और बिहार शरीफ में जो घटनाएं हुई हैं उनमें 109 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है. कानून पूरी ताकत के साथ उपद्रवियों से निबटेगी.  राज्य की शांति की व्यवस्था को भंग करने का एक प्रयास था, जिसे प्रशासन द्वारा विफल किया गया है. हम आगे इस तरह की कोई घटना नहीं होने देंगे. उपद्रवियों की पहचान करके उन्हें कानून के दायरे में लाकर सजा दिलाएंगे.


बम विस्फोट मामले का जुलूस से संबंध नहीं

डीजीपी ने आगे बताया कि नालंदा में एक शख्स की मौत हुई है मामला दर्ज कर लिया गया है. वहीं, सासाराम में बम विस्फोट कांड के मामले में डीजीपी ने बताया कि एफएसएल की टीम मौके पर भेजी गई और ये बात सामने निकलकर आई है जुलूस के दौरान हुई हिंसा से बम विस्फोट का कोई संबंध नहीं है. विस्फोट में घायल हुआ शख्स बम बना रहा था. वह अपराधी है और पहले भी जेल जा चुका है. बम बनाने के दौरान विस्फोट हुआ और शख्स घायल हो गया, डीजीपी ने बताया कि हमें मौके पर जो चीज मिली उससे ये पता लगा है कि जो बम बना रहा था वह खुद ही विस्फोट में घायल हुआ है. कोई हमला नहीं हुआ था. घायल शख्स को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अपराधियों द्वारा बम बनाया जा रहा था झोपड़ी में. पहले भी उसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे. उसमें 6 लोग घायल हुए हैं. बम विस्फोट का मामला अलग है और जुलूस के दौरान हुई हिंसा से उसका कोई सम्बन्ध नहीं है. बम बनाने वाला घायल हुआ है, उसका इलाज चल रहा है जैसे ही वह ठीक होगा उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी. मामले में केस दर्ज किया गया है.

1832 जुलूस निकाले गए बिहार में

डीजीपी आरएस भट्टी ने बताया कि पूरे बिहार में 1832 जुलूस निकाले गए. नालंदा और सासाराम को छोड़कर बाकी सभी स्थानों पर जूलूस शांति पूर्वक सम्पन्न हुए. राम नवमी पर सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम रहते हैं और इस बार भी इंतजाम किए गए थे. जहां घटनाएं हुई हैं वहां अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है. मामले की जांच की जा रही है, उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है, किसी भी दोषी को नहीं छोड़ेंगे. वहीं, बिना लाइसेंस और बिना परमिशन के जुलूस निकालने वाले संगठनों के खिलाफ भी डीजीपी ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है.

क्या कहा मुख्य सचिव ने?

मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने कहा कि बिहार के नालंदा और सासाराम में हुई हिंसा को लेकर सीएम नीतीश ने आज अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की है और उपद्रवियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. सीएम नीतीश ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हिंसा और उन्माद फैलानेवालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. किसी भी दोषी को छोड़ा ना जाए. सभी उपद्रवियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए. मुख्य सचिव ने कहा कि राम नवमी के अवसर पर राज्य के कई हिस्सों में हिंसा फैलाने की तैयारी थी लेकिन प्रशासन ने हिंसा फैलानेवालों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. जहां हिंसा हुई है वहां प्रशासन ने सख्ती के साथ कार्रवाई की है और हालात को काबू में किया है. उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है और किसी भी हाल में उपद्रवियों को नहीं छोड़ा जाएगा. उपद्रवियों को कानून के माध्यम से सजा दिलाई जाएगी.