logo-image

नक्सलियों को बड़ा झटका, प्रमोद मिश्रा हुआ गिरफ्तार, घोषित होने वाला था 1 करोड़ का इनाम

पलामू में टॉप माओवादी अनिल यादव को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. खबर के मुताबिक माओवादी पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रमोद मिश्रा भी अरेस्ट किया गया है.

Updated on: 10 Aug 2023, 03:04 PM

highlights

  • नक्सली नेता प्रमोद मिश्रा समेत दो नक्सली गिरफ्तार
  • फांसी देकर घर बम से उड़ा दिया था
  • मिसिर बेसरा से चल रहा था विवाद

Gaya:

पलामू में टॉप माओवादी अनिल यादव को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. खबर के मुताबिक माओवादी पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रमोद मिश्रा भी अरेस्ट किया गया है. बिहार की गया पुलिस ने पलामू जाकर दोनों नक्सलियों की गिरफ्तारी की है. गिरफ्तार नक्सलियों से पुलिस पूछताछ कर रही है. आपको बता दें कि प्रमोद मिश्रा माओवादी संगठन के लिए एक बड़ा नाम है. ये पहले भी गिरफ्तार हो चुका है और वर्षों तक जेल की सजा भी काट चुका है. पुलिस को जानकारी मिली थी कि ये दोनों टिकारी प्रखंड के पड़री के जरही टोला में अपने किसी रिश्तेदार से मिलने आए हैं. तभी पुलिस ने दोनों को धर दबोचा है. आपको बता दें कि माओवादी पोलित ब्यूरो का सदस्य प्रमोद मिश्र औरंगाबाद का रहने वाला है.

4 लोगों की हत्या कर फंटे से लटकाया

मिली जानकारी के अनुसार ये दोनों काफी समय से सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर थे. इनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन दोनों ही फरार चल रहे थे. इतना ही नहीं झारखंड सरकार ने प्रमोद मिश्रा पर 1 करोड़ रुपए का इनाम रखने का प्रस्ताव सुरक्षा एजेंसियों को दिया था. प्रमोद मिश्रा ने 14 नवंबर 2021 को डुमरिया के मोनबार जंगल से सटे इलाके में रहने वाले एक परिवार पर हमला किया था. ये हमला सरयू सिंह भोक्ता के घर पर हुआ था. नक्सलियों ने सरयू सिंह भोक्ता, उनके दो बेटों और उनकी पत्नी की हत्या कर शव को फंटे से लटका दिया था. इतना ही नहीं उनके घर को बम से भी उड़ा दिया था. इसके बाद उनके घर के बाहर एक चर्चा चिपका दिया था और वारदात की जिम्मेदारी ली थी.

यह भी पढ़ें: पिछले 24 घंटे में गंगा के पानी में 60 सेमी की बढ़ोतरी, लोगों को सताने लगा बाढ़ का खतरा 

क्या लिखा था पर्चे पर?

पर्चे पर लिखा था कि 'इंसानियत के हत्यारे, गद्दारों और विश्वासघातियों को सजा-ए-मौत देने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है. ये हमारे चार साथियों अमरेश, सीता, शिवपूजन और उदय की हत्या का बदला है. षड्यंत्र के तहत 4 नक्सली को पूर्व में जहरखुरानी करके मरवाया गया था. वे एनकाउंटर में नहीं मारे गए थे. विश्वासघात के आरोप में 4 लोगों को सूली पर चढ़ा दिया. गद्दारों और विश्वासघातियों को ऐसी ही सजा दी जाएगी.'