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ODI World Cup 2023 : भारत में खेले जाने वाले वर्ल्ड कप में पहली बार होंगी ये चीजें, बनेगा इतिहास, फैंस का मजा होगा दोगुन

ODI World Cup 2023 : वनडे वर्ल्ड कप 2023 का 5 अक्टूबर से आगाज होने जा रहा है. इस बार वनडे वर्ल्ड कप में 10 टीमें हिस्सा लेंगी. वहीं इस टूर्नामेंट के पहले मैच में डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड और पिछली बार की रनरअप न्यूजीलैंड की भिड़ंत होगी.

Updated on: 02 Oct 2023, 04:19 PM

नई दिल्ली:

ODI World Cup 2023 : वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. क्रिकेट के सबसे बड़ा मंच सज गया है और सभी इसकी तैयारियां पूरी कर ली है. 5 अक्टूबर से इस टूर्नामेंट का आगाज होने जा रहा है. इस बार वनडे वर्ल्ड कप में 10 टीमें हिस्सा लेंगी. वहीं इस टूर्नामेंट के पहले मैच में डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड और पिछली बार की रनरअप न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा. वहीं इसका फाइनल मुकाबला 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा. 

भारत पहली बार वर्ल्ड कप की करेगा अकेले मेजबानी

बता दें कि इस बार भारत वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी अकेला ही करेगा. ऐसा क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि वनडे वर्ल्ड कप के सभी मैच भारत में खेले जाएंगे. इससे पहले साल 1987, 1996 और 2011 के वनडे वर्ल्ड कप की भारत संयुक्त रूप से मेजबानी कर चुका है. भारत खिताब जीतने का प्रबल दावेदार भी माना जा रहा है. रोहित शर्मा की बिग्रेड पर करोड़ों फैन्स की निगाहें रहेंगी. भारत 12 साल बाद वनडे वर्ल्ड कप पर फिर से कब्जा जमाने की कोशिश करेगा. इससे पहले भारत ने 1983 में कपिल देव की कप्तानी और 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ही वर्ल्ड कप जीता था.

इतिहास में पहली बार वेस्टइंडीज बाहर

क्रिकेट के इतिहास में यह पहली बार है जब वेस्टइंडीज टीम किसी वनडे वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं है. साल 1975 और 1979 के वर्ल्ड कप दो बार वेस्टइंडीज की टीम चैंपियन बनी थी. लेकिन इस बार टीम वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई तक नहीं कर पाई है.

इस बार नहीं होगा बाउंड्री काउंट नियम

आईसीसी ने बाउंड्री काउंट के नियम को भी बदल दिया है. इस नियम ने पिछले वर्ल्ड कप 2019 में अहम भूमिका निभाई थी. टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला  इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच टाई हो गया था. इसके बाद मैच सुपर ओवर तक गया और वह भी टाई हो गया. फिर बाउंड्री काउंट नियम से मैच का नतीजा निकला था. 

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बता दें कि उस मैच में इंग्लैंड को सबसे ज्यादा बाउंड्री लगाने के चलते चैंपियन घोषित किया गया था. तब यह बाउंड्री काउंट नियम काफी विवादास्पद माना गया था और फैन्स ने इसकी काफी आलोचना की थी. इसके अलावा क्रिकेट दिग्गजों ने भी इसपर सवाल उठाया था. इसके बाद आईसीसी ने यह नियम ही बदल दिया. अब यदि मैच के बाद सुपर ओवर भी टाई होता है, तब उस स्थिति में लगातार सुपर ओवर कराए जाएंगे, जब तक नतीजा नहीं निकल जाता. 

इस वर्ल्ड कप में नहीं होगा सॉफ्ट सिग्नल

ICC ने इसी साल जून से सॉफ्ट सिग्नल के नियम को खत्म कर दिया था. इस बार विश्व कप में सॉफ्ट सिग्नल नियम लागू नहीं होगा. बता दें कि सॉफ्ट सिग्नल का मतलब होता है कि गेंदबाजी के छोर पर खड़े अम्पायर की ओर से थर्ड अंपायर के लिए एक विजुअल कम्युनिकेशन. जिसमें मैदानी अम्पायर अपना निर्णय देता है, फिर उसी निर्णय पर थर्ड अंपायर रिव्यू करता है. 

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70 मीटर से कम की बाउंड्री नहीं होगी

इस बार वर्ल्ड कप के लिए ICC ने कई वेन्यू के पिच पर ज्यादा घास रखने के लिए कहा है. साथ ही कहा कि बाउंड्री का साइज 70 मीटर से कम नहीं होना चाहिए. इससे ज्यादा हो सकता है. बता दें कि यह बाउंड्री साइज वाला नियन इससे पहले कभी नहीं आया था.