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FIFA World Cup 2022: राष्ट्रगान गाना कोई नियम नहीं, ईरानी अधिकारी ने बचाव में दिए ये तर्क

बीते दिनों फीफा वर्ल्ड कप के मैच के दौरान ईरान की टीम अपने राष्ट्रगान के समय सिर झुकाए दिखाई दी. इसे लेकर मीडिया में खूब बवाल मचा. टीम का कोई भी सदस्य राष्ट्रगान के शब्दों को दोहराता नहीं दिखाई दिया.

Updated on: 29 Nov 2022, 06:56 PM

नई दिल्ली:

बीते दिनों फीफा वर्ल्ड कप (FIFA World Cup 2022) के मैच के दौरान ईरान (Iran) की टीम अपने राष्ट्रगान के समय सिर झुकाए दिखाई दी. इसे लेकर मीडिया में खूब बवाल मचा. टीम का कोई भी सदस्य राष्ट्रगान के शब्दों को दोहराता नहीं दिखाई दिया, बल्कि खिलाड़ी सिर झुकाए खड़े दिखे. इसे लेकर ईरान के राज्य प्रसारण प्रमुख पेमैन जेबेली ने टीम का बचाव करते हुए कहा  कि राष्ट्रगान का कोई नियम नहीं है. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ खेल रही टीम ने अपने शुरुआती मैच से पहले अपना राष्ट्रगान से इनकार कर दिया. "ईरान को हमारे फ़ुटबॉल टीम के खिलाड़ियों द्वारा दोहा में फीफा मैच के दौरान राष्ट्रगान गाने से मना करने में किसी तरह की समस्या नहीं है. ईरान में इस लेकर कोई तय नियम नहीं हैं. उन्होंने कहा कि लोग केवल राष्ट्रगान के वक्त खड़े होकर सम्मान दिखाते हैं." 

इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग (आईआरआईबी) के अध्यक्ष जेबेली भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं. उन्होंने पश्चिमी मीडिया पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि यहां ​की मीडिया ईरान विरोधी कहानियों को करने में अधिक रुचि लेती है. राष्ट्रगान के मुद्दों को उठाना ​इसी का हिस्सा है. 

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गौरतलब है कि ईरान की फुटबॉल टीम ने फीफा विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ मैच आरंभ होने से पहले अपने देश का राष्ट्रगान गाने से इनकार कर दिया था. ईरान और इंग्लैंड के बीच यह मैच दोहा के खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में रखा गया था. जब  ईरान का राष्ट्रगान बजा तो उसके खिलाड़ी चुपचाप खड़े रहे. स्टेडियम में मौजूद ईरान के प्रशंसक भी इस दौरान राष्ट्रगान की हूटिंग करते दिखे. जैसे ही ईरान का राष्ट्रगान बजा टेलीविजन कैमरों ने दिखाया कि किस तरह से खिलाड़ी स्थिर रूप से खड़े थे, लेकिन कुछ गा नहीं रहे थे. यह मैच ईरान 6-2 से हार गया.

ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि ईरान की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम महसा अमिनी की मौत पर शोक व्यक्त कर रही थी. उसकी मौत के बाद वह सरकार विरोधी प्रदर्शनों का समर्थन कर रही थी. दरसअल ईरान सरकार के खिलाफ आम जनता का विरोध प्रदर्शन जारी है. महिलाएं सड़कों पर उतर आई हैं और आजादी की बात कर रही हैंं. महसा अमिनी को बीते दिनों गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था. जेबेली ने इस बात को कबूल किया कि उन्हें फुटबॉल मैच काफी पसंद है. ईरानी फुटबॉल टीम मैच जीतेगी, यह उनकी कामना है.