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FIFA World Cup 2022: आखिर क्यों फ्रांस पर मोरक्को की जीत की दुआ कर रहे हैं 22 देश?

ग्रुप स्टेज में दूसरी रैंकिंग वाली बेल्जियम उसके बाद स्पेन और पुर्तगाल को हराकर मोरक्को ने वर्ल्ड कप की सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई.

Updated on: 14 Dec 2022, 03:26 PM

नई दिल्ली:

FIFA World Cup 2022 Qatar: कतर में खेला जा रहा फीफा वर्ल्ड कप पर पूरी दुनिया की नजरे हैं. वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली अफ्रीका की पहली टीम मोरक्को (Morocco) बुधवार की रात सेमीफाइनल में फ्रांस (France) सामना करने उतरेगी. बता दें कि 1912 से 1956 के बीच मोरक्को पर फ्रांस का कब्जा रहा था. ऐसे में मोरक्को फ्रांस पर जीत हासिल कर इतिहास रचना चाहेगी. इसके अलावा मोरक्को की जीत की दुआ 22 देश भी रह रहे होंगे. हम बताते हैं कि इसकी वजह क्या है. 

ग्रुप स्टेज में दूसरी रैंकिंग वाली बेल्जियम उसके बाद स्पेन और पुर्तगाल को हराकर मोरक्को ने वर्ल्ड कप की सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई. किसी ने सोचा नहीं होगा की मोरक्को की टीम वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी, लेकिन अब सेमीफाइनल में मोरक्को के सामने डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस है. मोरक्को के लिए फ्रांस को चुनौती देनी आसान नहीं होगा, लेकिन मोरक्को की फ्रांस पर जीत की दुआ 22 अरब देश के फैंस करेंगे. मोरक्को ने फीफा वर्ल्ड कप में सभी अरब देशों के फासले को मिटा दिया है. अरब के सभी देश अपनी राजनीति कलह भूल कर मोरक्को का समर्थन कर रहे हैं. 

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इस वजह से 22 देश मोरक्को के लिए करेंगे चीयर

यह सभी अरब देश मोरक्को को इसलिए समर्थन कर रहे हैं कि वह एक इस्लामिक देश जैसा है. जहां सबसे ज्यादा संख्या में मुस्लिम आबादी है. मोरक्को में अरबी और अफ्रीकी मिश्रित भाषा बोला जाता है. वहां के खिलाड़ी मुकाबला शुरू होने से पहले अल्लाह को याद करते हैं और फिर राष्ट्रगान गाते हैं. इसके अलावा मोरक्को फीफा वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाला पहला बहुल मुस्लिम आबादी वाला देश भी है. यही वजह से है कि अरब के सभी देश मोरक्को की टीम को अपना टीम मान रहे हैं और उनका समर्थन कर रहे हैं. 

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अरब देश राजनीति कलह भूल मोरक्को का किया समर्थन

मोरक्को ने जब स्पेन पर बड़ी जीत हासिल की थी तब 20 अरब देशों के मंत्रियों ने मोरक्को की टीम को बधाई दी थी. यूएई के उपराष्ट्रपति शेख मोहम्मद राशिदन, जॉर्डन की रानी रानिया और लेबनान के पूर्व प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते कर मोरक्को का समर्थन किया था.