तेज गेंदबाजों की भारतीय चौकड़ी दो साल तक टेस्ट में टॉप पर रहेगी, जानिए किसने कही ये बात
भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने कहा कि तेज गेंदबाजों की मौजूदा सफल चौकड़ी अगले दो वर्षों तक अपने खेल के शीर्ष पर रह सकती है. टीम के कोच और चयनकर्ता हालांकि इन गेंदबाजों का विकल्प तलाशने में अभी तक नाकाम रहे हैं.
New Delhi:
भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण (Bharat Arun) ने कहा कि तेज गेंदबाजों की मौजूदा सफल चौकड़ी अगले दो वर्षों तक अपने खेल के शीर्ष पर रह सकती है. टीम के कोच और चयनकर्ता हालांकि इन गेंदबाजों का विकल्प तलाशने में अभी तक नाकाम रहे हैं. अगले नौ टेस्ट इस चौकड़ी के लिए एक साथ आखिरी टेस्ट सीरीज हो सकती है. जब भारत को आस्ट्रेलिया के खिलाफ चार और इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैच खेलने हैं. भारत के चार प्रमुख गेंदबाजों में ईशांत शर्मा (Ishant Sharma), मोहम्मद शमी (Mohammed Shami), उमेश यादव (Umesh Yadav) और जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) शामिल हैं. इन चारों में सिर्फ 26 साल के जसप्रीत बुमराह अपने करियर के शुरूआती दिनों मे हैं. बाकी तीन तेज गेंदबाज लंबे समय से भारत के लिए क्रिकेट खेल रहे हैं और शानदार प्रदर्शन भी कर रहे हैं.
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भारत अरुण ने पीटीआई-भाषा से कहा, मौजूदा तेज गेंदबाजों ने असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है. मुझे कम से कम अगले दो और वर्षों के लिए इस चौकड़ी के साथ कोई समस्या नहीं दिखती है. अरुण का मानना है कि भारतीय क्रिकेट में कई युवा तेज गेंदबाज उभर रहे हैं. भारतीय टीम के इस पूर्व मध्यम गति के गेंदबाज ने कहा, हां, तेज गेंदबाजों की अगली पीढ़ी तैयार हो रही है. उन्हें पहचानने के लिए चयनकर्ताओं और कोचों के एक संयुक्त प्रयास की आवश्यकता होगी, ताकि मजबूत बेंच स्ट्रेंथ तैयार हो सके.
भरत अरुण ने अपनी बात आगे बढ़ाते हूए कहा है कि बेंच स्ट्रेंथ की पहचान करना इस लिए भी जरूरी है, ताकि मौजूदा गेंदबाजों को विश्राम देकर उनके करियर को लंबा खींचा जा सके. उन्होंने कहा, इससे रोटेशन नीति और गेंदबाजों के कार्यभार को संभालने में मदद मिलेगी. यह जरूरी है क्योंकि आप चाहते हैं कि आपके प्रमुख तेज गेंदबाज सर्वश्रेष्ठ अवसरों के लिए तैयार रहें. अरुण के कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद जब अभ्यास शिविर लगे तो तब इन शीर्ष गेंदबाजों के साथ घरेलू मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले और भारत ए टीम के गेंदबाजों को भी मौका मिले.
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उन्होंने कहा, मैं सभी अनुबंधित तेज गेंदबाजों को शिविर में रखना चाहूंगा, उनमें से कुछ होनहार तेज और स्पिन गेंदबाज भी हैं जिन्होंने घरेलू क्रिकेट के साथ-साथ भारत ए के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है. इस शिविर में खिलाड़ियों को लार से इस्तेमाल से बचने के लिए अभ्यस्त होने का मौका भी मिलेगा. उन्होंने कहा, लार के इस्तेमाल की आदत को रोकना काफी मुशकिल काम होगा. हम अपने अभ्यास सत्रों के दौरान इस आदत को खत्म करने के लिए पूरा प्रयास करेंगे.
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आपको बता दें कि भारत के प्रमुख तेज गेंदबाजों में शामिल ईशांत शर्मा ने अब तक 97 टेस्ट खेले हैं, जिसमें उन्होंने 297 विकेट अपने नाम किए हैं. वहीं मोहम्मद शमी भी 49 मैच खेल चुके हैं, जिसमें उनके नाम 180 विकेट दर्ज हैं. उमेश यादव ने भी 46 टेस्ट मैचों में 144 विकेट झटके हैं. सबसे कम उम्र और सबसे कम अनुभव वाले गेंदबाज जसप्रीत बुमराह हैं, जिन्होंने अभी केवल 14 टेस्ट खेले हैं और उसमें वे 68 विकेट ले चुके हैं. पिछले दो सालों की ही बात करें तो इन सभी गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है. खास तौर पर घरेलू सीरीज में तो तेज गेंदबाज और भी ज्यादा घातक साबित हुए हैं. हालांकि सबसे युवा तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अभी तक अपने घर यानी भारत में एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है. बुमराह को अभी भी इसका इंतजार है.
(इनपुट आईएएनएस)
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