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YouTube अब झूठे दावे वाले वीडियो की नहीं करेगा सिफारिश

एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट में सोमवार को कहा गया कि वीडियो शेयरिंग प्लेटफार्म अब ऐसे वीडियो की सिफारिश नहीं करेगा, जिसमें 'धरती के चपटे होने, या 9/11 जैसे ऐतिहासिक घटनाओं को लेकर झूठे दावे' होंगे.

Updated on: 12 Feb 2019, 02:50 PM

नई दिल्ली:

गूगल के स्वामित्व वाले वीडियो शेयरिंग प्लेटफार्म यूट्यूब ने घोषणा की कि वह अब ऐसे वीडियो की सिफारिश नहीं करेगा, जो उसके समुदायिक दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के करीब होगा, जैसे कि साजिश या चिकित्सा के लिहाज से गलत होगा. एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट में सोमवार को कहा गया कि वीडियो शेयरिंग प्लेटफार्म अब ऐसे वीडियो की सिफारिश नहीं करेगा, जिसमें 'धरती के चपटे होने, या 9/11 जैसे ऐतिहासिक घटनाओं को लेकर झूठे दावे' होंगे.

यूट्यूब ने मूल ब्लॉग पोस्ट में 25 जनवरी को कहा था कि साइट जिन वीडियोज की सिफारिश करती है, सामन्यत: उन्हें किसी यूजर द्वारा देखने के बाद ही की जाती है. अब यूजर को उससे मिलते-जुलते वीडियोज नहीं दिखाए जाएंगे, बल्कि कई अन्य विषयों के वीडियोज की सिफारिश की जाएगी.

यूट्यूब ने पोस्ट में कहा कि उसकी नवीनतम कार्रवाई का मतलब है कि जो वीडियो उसके दिशा-निर्देशों का ब्लॉक होने की हद तक उल्लंघन नहीं करते, लेकिन सीमा रेखा पर हैं, उन पर लगाम लगाई जाएगी. 

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इस बदलाव से वीडियोज की उपलब्धता पर असर नहीं पड़ेगा, अगर यूजर कपटी वीडियोज को देखना चाहते हैं या उन्होंने उसका चैनल सब्सक्राइव किया है, या फिर उसे सर्च करके देखना चाहते हैं, तो उन्हें इसमें कोई मुश्किल नहीं आएगी.