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Bathing Barefoot In The River: नदी में नंगे पैर क्यों नहाना चाहिए? जानिए धार्मिक और वैज्ञानिक कारण

Bathing Barefoot In The River: नदी में नंगे पैर नहाना धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टि से लाभकारी है. आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे में.

Updated on: 15 Apr 2024, 06:06 PM

New Delhi:

Bathing Barefoot In The River: नदी में नंगे पैर स्नान करना, न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान माना जाता है, बल्कि वैज्ञानिक और स्वास्थ्य लाभों से भी जुड़ा हुआ है. नदी में नंगे पैर स्नान करने का धार्मिक महत्व विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं में मान्यता प्राप्त है. यह एक पवित्र और ध्यानयोग्य क्रिया मानी जाती है जो आत्मा को शुद्धि और उत्तेजना प्रदान करती है. नदी में स्नान का महत्व हिन्दू धर्म में अत्यधिक है. हिन्दू धर्म में नदी को मां गंगा, यमुना, सरस्वती आदि के रूप में पूज्य माना जाता है. नदी में स्नान करने से शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक शुद्धि प्राप्त होती है और पुराने पापों का प्रायश्चित्त होता है. जैन और सिख धर्म में भी नदी में स्नान को महत्वपूर्ण माना जाता है. वे भी इसे आत्मा की शुद्धि और स्वच्छता के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं. नदी में स्नान का धार्मिक महत्व इसके अलावा भी है. यह जल संरक्षण को बढ़ावा देता है, क्योंकि लोग अपने स्नान के समय नदी को साफ और स्वच्छ रखने का प्रयास करते हैं. इसके अलावा, नदी में स्नान करने से जल के महत्व को भी लोग महसूस करते हैं और उसकी सच्चाई को समझते हैं. समाज में नदी में स्नान का धार्मिक महत्व अत्यंत उच्च माना जाता है और यह लोगों को आत्मिक और शारीरिक सुख देता है.

शास्त्रीय दृष्टिकोण

हिंदू धर्म में, नदियों को देवी मां का रूप माना जाता है. नंगे पैर स्नान करना, श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करने का एक तरीका है. ऐसा माना जाता है कि नदी के जल में स्नान करने से पाप धुल जाते हैं और आत्मा शुद्ध होती है. नंगे पैर जमीन से सीधा संपर्क होने से धरती की ऊर्जा ग्रहण होती है, जिससे शरीर और मन में सकारात्मकता आती है. माना जाता है कि पैरों में कुछ महत्वपूर्ण चक्र होते हैं, जो नदी के जल में स्पर्श करने से संतुलित होते हैं.

वैज्ञानिक और स्वास्थ्य लाभ

रक्त संचार बेहतर होता है, नदी के ठंडे पानी से पैरों पर दबाव पड़ता है, जिससे रक्त संचार बेहतर होता है. नदी के जल में बहने वाली प्राकृतिक धाराएं तनाव कम करने और मन को शांत करने में मदद करती हैं. इसमें मौजूद खनिज और तत्व प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करते हैं. पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और पैरों का दर्द कम होता है. धरती से जुड़ाव बढ़ता है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. 

सभी नदियां स्वच्छ नहीं होती हैं, इसलिए नंगे पैर स्नान करने से पहले पानी की स्वच्छता का ध्यान रखें. आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो नंगे पैर स्नान करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें. नदी में कूदने या खतरनाक जगहों पर जाने से बचें. नदी में नंगे पैर स्नान करना, एक प्राचीन परंपरा है जो धार्मिक, वैज्ञानिक और स्वास्थ्य लाभों से भरपूर है. यह आपकी व्यक्तिगत श्रद्धा और विश्वास पर निर्भर करता है कि आप नदी में नंगे पैर स्नान करना चाहते हैं या नहीं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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