logo-image

Shivling Abhishekam: सावन में शिवलिंग की पूजा का सही विधि विधान जानें, कहीं आपसे चूक ना हो जाए

Shivling Abhishekam: सावन में कैसे करें शिव की आराधना, शिवलिंग पर जल चढ़ाने की सही विधि क्या है और किस मंत्र का जाप करना चाहिए सब जानिए

Updated on: 11 Jul 2023, 02:47 PM

नई दिल्ली:

Shivling Abhishekam: हर साल सावन के त्योहार पर लोग शिवलिंग को जल अर्पण करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपको विशेष कृपा पाने के लिए सही विधि विधान के साथ भगवान शिव के मंदिर में जाकर कैसे शिवलिंग को जल और नैवेद्यम अर्पित करने चाहिए. सबसे पहले तो आप ये जान लें कि आपको शिव अभिषेक के लिए क्या-क्या लेकर जाना चाहिए और फिर उसके बाद हम आपको बताएंगे इस अर्पित करने का सही तरीका क्या है. सावन के समय कहते हैं भगवान शिव अपने परिवार के साथ पृथ्वी का भ्रमण करने आते हैं. वो भक्तों की श्रद्धा देखते हैं और जो भी सच्चे दिल से उनका नाम लेता है भगवान उसकी इच्छा जरूर पूरी करते हैं. तो भगवान अगर आपके लिए सब कुछ करते हैं तो आपको भी उनकी पूजा ना सिर्फ सच्चे मन से करनी चाहिए बल्कि सही विधि विधान के साथ करनी चाहिए

शिवलिंग अभिषेक की सामग्री

गाय का दूध, गाय की दही, शक्कर, शहद, गाय का घी, गंगाजल, गन्ने के रस और बेलपत्र से करना चाहिए शिवलिंग का अभिषेक

शिवलिंग पर अभिषेक करते समय इस मंत्र का जाप करें

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥

इस तरह करें शिवलिंग का अभिषेक

शिवपुराण के अनुसार शिवलिंग की पूजा करने की सही विधि जान लें. सबसे पहले आप शिवलिंग को जल अर्पित करें उसके बाद गाय का दूध, गाय की दही, शक्कर, शहद, गाय का घी, गंगाजल और गन्ने का रस मिलाकर उससे अभिषेक करें. अंत में जल से स्नान कराएं और फिर गाय के दूध से ही बनी मिठाई का भोग भगवान शिव को लगाएं. 
इस तरह से शिवलिंग का अभिषेक करने से आत्मशुद्धि होती है. 

- अगर आप पुण्य प्राप्त करना चाहते हैं तो आप गंध अर्पित करें

- आयु वृद्धि के लिए आप नैवेद्य का भोग लगाएं.

- धन प्राप्ति के लिए धूप का निवेदन करना चाहिए.

- देसी घी का दीपक जगाकर भगवान के सामने रखने से ज्ञान उदय होता है.

- पान का भोग लगाने से जीवन में हर तरह का ऐश्वर्य प्राप्त होता है. 

तो आप इस तरह से पूरे श्रद्धा के साथ भगवान शिव की भक्ति में लग जाएं. इस साल सावन के ये त्योहार आपके लिए किसी चमत्कारी त्योहार से कम साबित नहीं होगा. बस सच्चे दिल से भगवान का नाम जपें, विधि विधान के साथ उनकी पूजा अर्चना करें और अपना मन साफ रखें. भगवान शिव तो भोले भंडारी हैं आप उन्हें जितना याद करते हैं वो उतना ही आपके करीब आ जाते हैं. 

यह भी पढ़ें: Diwali 2023: सावन की वजह से देर से आएगी दिवाली, जानें दीपावली की तारीख और शुभ मुहूर्त

इसी तरह की और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन पर हमें फॉलो करें.