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Sawan Rudrabhishek 2023: रुद्राभिषेक करने के लिए क्या सामग्री चाहिए और स्टेप-बाय-स्टेप इसे करने का सही तरीका क्या है

Sawan Rudrabhishek 2023: सावन के महीने में कैसे करे शिव की आराधना, रुद्राभिषेक का सही तरीका क्या है और इसे करने के लिए कौन सा दिन सबसे शुभ होता है आइए जानते हैं.

Updated on: 24 Jul 2023, 10:48 AM

नई दिल्ली:

Sawan Rudrabhishek 2023: सावन का पवित्र महीना भोलेनाथ की आराधना के लिए होता है. इस समय रुद्राभिषेक करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. रुद्राभिषेक हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जिसमें भगवान शिव को श्रद्धा भाव से अभिषेक किया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस अभिषेक का भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. लेकिन लोगों को इसे करने का सही तरीका नहीं आता. अगर आप भी सिर्फ गंगाजल लेकर शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं और ऊं नम: शिवाय का जाप करने के बाद पूजा संपूर्ण मानते हैं तो हम आपको सही तरीका बताते हैं. अभिषेक करने के लिए आपको क्या सामग्री चाहिए और फिर आपको किस तरह से भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए अभिषेक करना है आइए जानते हैं. 

रुद्राभिषेक करने की सामग्री

- गंगाजल या पानी एक लोटे में भरा हुआ

- धूपबत्ती या दीपक

- धूप और दीप दानी

- जल आर्द्र पत्र

- फूल, अखंड दिया, चावल, कुमकुम, बिल्वपत्र आदि पूजा सामग्री

रुद्राभिषेक करने की सही प्रक्रिया

- सबसे पहले, एक शुद्ध और साफ जगह चुनें जहां पूजा का अभिषेक किया जा सकता हो.

- भगवान शिव की मूर्ति या शिवलिंग को अच्छी तरह से सजाएं. आप एक सिरसा बंद तौलिया भी रख सकते हैं.

- आरती करें: अभिषेक से पहले, भगवान शिव की आरती करें.

- पूजा सामग्री तैयार करें: अभिषेक के लिए सभी पूजा सामग्री को एक स्थान पर तैयार करें.

- अभिषेक करें: शिवलिंग या मूर्ति पर गंगाजल या पानी चढ़ाएं। भगवान को जल से स्नान कराएं.

- धूप और दीप दानी: शिवलिंग के आसपास धूपबत्ती और दीपक जलाएं.

- पुष्प अर्पण: फूल भगवान की पूजा के लिए उपयुक्त होते हैं, इसलिए उन्हें शिवलिंग या मूर्ति पर अर्पित करें.

- मंत्र उच्चारण: रुद्राभिषेक के दौरान मंत्रों का उच्चारण करें, जैसे- "ॐ नमः शिवाय" और "ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥"

- अभिषेक के बाद भगवान को चावल, कुमकुम, बिल्वपत्र आदि से अर्चना करें.

- आरती करें: रुद्राभिषेक के बाद, भगवान की आरती करें.

- प्रसाद बांटे: अभिषेक के बाद प्रसाद को भगवान को अर्पित करें और फिर उसे वितरित करें.

नोट: यह अभिषेक प्रक्रिया विभिन्न स्थानों और परंपराओं के अनुसार अलग हो सकती है. सावन की इस अधिकमास महीने में वैसे तो आप किसी भी दिन अभिषेक कर सकते हैं लेकिन सोमवार का खास महत्त्व होता है. मान्यता है कि भगवान शिव का पूरे विधि विधान से अभिषेक करने पर मनचाह फल मिलता है. तो आप भी अगर शिव भक्त हैं तो इस सावन रुद्राभिषेक जरुर करे. 

ये सारी जानकारी ज्योतिष्शास्त्र के सिद्धांतों पर अधारित है. न्यूज़ नेशन इसकी पुष्टि नहीं करता.