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Makar Sankranti 2023: जानिए कब है मकर संक्रांति? इस चीज के दान से व्यापारियों को होगा लाभ

सनातन धर्म में मकर संक्रांति का खास महत्व है

Updated on: 09 Jan 2023, 01:28 PM

highlights

  • कब है मकर संक्रांति ?
  • मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त क्या है? 
  • मकर संक्रांति का पूजन विधि क्या है?

नई दिल्ली :

Makar Sankranti 2023: सनातन धर्म में मकर संक्रांति का खास महत्व है. इस दिन सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं. इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने का विशेष महत्व है. मकर संक्रांति वसंत ऋतु के आगमन का संदेश लेकर आता है. आमतौर पर मकर संक्रांति को खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है. क्योंकि, इस दिन खिचड़ी विशेष रूप से बनाने की परंपरा है. मकर संक्रांति के दिन खासकर सूर्य देव की पूजा की जाती है. मकर संक्रांति के दिन से ही नए महीने की शुरुआत हो जाती है और खरमास का अंत हो जाता है. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त क्या है, पूजन विधि क्या है, मकर संक्रांति का महत्व क्या है, इस दिन किस चीज का दान करना शुभ माना जाता है? 

मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त क्या है? 
मकर संक्रांति की शुरुआत दिनांक 14 जनवरी 2023 को रात  08:43 मिनट पर होगा. वहीं इसका पुण्य काल मुहूर्त दिनांक 15 जनवरी 2023 को सुबह 06:47 मिनट से लेकर इसका समापन शाम 05:40 मिनट पर होगा. वहीं बात करें, महापुण्य काल की, तो इसका शुभ मुहूर्त सुबह 07:15 मिनट से लेकर सुबह 09:06 मिनट तक रहेगा. इसलिए इस बार मकर संक्रंति 15 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी. आपको बता दें, कि पुण्य काल और महापुण्य काल में स्नान-दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. 

मकर संक्रांति का पूजन विधि क्या है ?
मकर संक्रांति के दिन सुबह ब्रह्ममुहूर्त में स्नान करें, उसके बाद स्वच्छ कपड़े पहनकर तांबे के कलश में लाल फूल लें, अक्षत लें और गुड़ लें. इसके बाद सूर्य देवता को अर्घ्य दें और सूर्य देवता के बीजमंत्र का जाप अवश्य करें. ये है मंत्र- ॐ घृ‍णिं सूर्य्य: आदित्य: ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः. मकर संक्रंति के दिन भगवत गीता के एक अध्याय का पाठ अवश्य करें. इसके अलावा अन्न, कम्बल, तिल और घी का दान जरूर करें. इस दिन नए अन्न से खिचड़ी बनाएं और भगवान को अर्पित करें बाद में प्रसाद को खुद ग्रहण करें. शाम के समय अन्न का सेवन न करें. इस दिन जरूरतमंद को बर्तन के साथ-साथ तिल का दान करने से शनि की ढैय्या से मुक्ति मिल सकती है. 

मकर संक्रांति का क्या है महत्व ?
पौराणिक कथा के अनुसार मकर संक्रांति पुत्र और बेटे के मिलन को दर्शाता है. वहीं दूसरी तरफ भगवान विष्णु ने असुरों पर विजय प्राप्त कर मकर संक्रांति का ये विशेष त्योहार मनाए थे. साथ ही इस दिन गुड़ के अलावा तिल का भी विशेष महत्व है. इस दिन गुड़ के लड्डू बनाए जाते हैं और इस दिन तिल का दान करना बेहद शुभ होता है. इस दिन लोग हर्षोल्लास से साथ पतंग उड़ाते हैं और खुशियां बांटते हैं. 

इस दिन काले तिल का दान करना होता है बेहद खास 
इस दिन पुण्य काल में पवित्र नदी में स्नान करना बेहद शुभ फलदायी होता है.इस दिन तुलादान, गौदान, स्वर्णदान और पेड़ लगाना बेहद शुभ होता है. इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को काला तिल अवश्य दान करें. इससे आपको शनि दोष से मुक्ति मिलेगी और आपके सारे काम आसानी से पूरे होंगे. 
इस दिन व्यापारियों को अनाज, गुड़ और तिल, सरसों का दान करना बेहद अच्छा होता है. इससे व्यापार में आ रही मुश्किलें खत्म हो जाती हैं.