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Fortune Telling Playing Cards: ताश के पत्तों में छिपी है आपकी तकदीर, ऐसे जानें अपना भविष्यफल

Fortune Telling Playing Cards: जिस तरह से किसी की कुंडली या न्यूमेरोलॉजी से भविष्य जान सकते हैं उसी तरह से ताश के पत्तों से किसी के भविष्य के बारे में आसानी से जाना जा सकता है.

Updated on: 26 Oct 2023, 06:14 PM

नई दिल्ली :

Fortune Telling Playing Cards: भारतीय ज्योतिषियों के अनुसार 1 साल के अंदर 52 हफ्ते होते हैं और 4 ऋतुएं होती हैं. इसी आधार पर ताश के पत्तों का निर्माण किया गया हैं. एक ताश में 52 पत्ते होते हैं जिन्हें 4 हिस्सों में 1.पान, 2.चिड़ी, 3.ईंट और 4.हुकुम में बांटा जाता है. 52 सप्ताह को और 4 भागों में विभाजित किया जाए तो एक भाग में 13 दिन आएंगे। भारतीय मान्यता के अनुसाएक भाग में धर्म, दूसरे में अर्थ, तीसरे में काम और चौथे में मोक्ष होता है. ये तो आप जानते ही हैं कि ताश के पत्तों के चार प्रकार होते हैं- पान, चिड़ी, ईंट और हुकुम. अंत में एक पांचवां प्रकार भी होता है जिसे जोकर कहते हैं. जिंदगी के चार रंग- पहला बादशाह, दूसरा बेगम, तीसरा इक्का और चौथा गुलाम. ये जिंदगी के 4 रंग हैं. अगर गुलाम को 11, बेगम को 12, बादशाह को 13 और जोकर को 1 माना जाए तो अंकित चिह्नों का योग 365 के बराबर होता है. आपने इस बारे में ऐसे कभी सोचा भी नहीं होगा. जिसे ये गणित समझ आ जाता है वो आसानी से ताश के पत्तों से किसी का भी भविष्यफल बता सकता है. 

ताश के पत्तों से भविष्यफल निकालने का तरीका 

ज्योतिषियों के अनुसार ताश के पत्तों से भविष्य जानने के लिए 32 पत्तों की आवश्यकता होती है. ताश के 52 पत्तों में से 20 पत्ते निकाल दें. 2, 3, 4, 5, 6 के पत्ते निकाल देने पर 32 पत्ते रह जाएंगे जो राजा, रानी, गुलाम, इक्का, 7, 8, 9,10 के होंगे. कौन सा पत्ता किस बारे में बताता है अगर आप ये जान लें तो पत्ता देखते ही आप किसी की भी भविष्य पढ़ सकते हैं. 

1- हूकुम के पत्तों से इंसान की साधारण बीमारी, चिंता, धन, हानि और प्रेम में धोखे की स्थिति जानी जाती है. 

2- ईंट के पत्तों से महत्वाकांक्षा, बरकत, धन लाभ और कार्यक्षेत्रों में मिलने वाली सफलता का पता चलता है.

3- पान के पत्ते से नौकरी और कारोबारी से संबंधित कार्यक्षेत्र के अच्छे समाचार, प्यार और विवाह में में सफलता आदि का पता चलता है.

4- चिड़िया के पत्तों से भाग्य का पता चलता है. इससे कारोबार के क्षेत्र में सफलता का भी पता चल जाता है. 

इस तरह प्रत्येक पते के रंग और अंक का अर्थ और विशेषता अलग-अलग होती है. अगर आपको पहला पत्ता बादशाह मिला है तो उसका क्या मतलब है बादशाह भी चार तरह के होते हैं लाल पान का बादशाह, काले पान का बादशाह, ईंट का बादशाह और चिड़ी का बादशाह. तो हर रंग और चिन्ह का क्या मतलब है ये भी समझ लीजिए. 

1. लाल पान का बादशाह- अगर पान का बादशाह पहला पत्ता है तो समझना चाहिए कि जीवन में शाही रूप से जीने में कोई रोक नहीं सकता है. लाल पान का बादशाह रसकमिजाज का होता है, उसे अपने रंग में ही रंगे रहने का पूर्ण मतलब होता है, इसमें चालाकी नहीं होती है. 

2. लाल हुकुम का बादशाह- इसी तरह से अगर हुकुम का बादशाह पहला पत्ता है तो व्यक्ति आजीवन कर्म के अंदर ही फंसा रहेगा. ऐसे व्यक्ति जहां भी अपने स्वार्थ को देखेगा अपना सिक्का चलाने की कोशिश जरूर करेगा, फिर भले ही कोई मरे या जिए इससे उसे कोई मतलब नहीं. 

3. लाल ईंट का बादशाह- ईंट का बादशाह निर्माण कला के लिए जाना जाएगा जैसे बिल्डर, ठेकेदार, इंजीनियर आदि. ऐसे लोगों के जीवन की शुरुआत भले ही कमजोर रही हो लेकिन ये खुद को स्थापित करके ही रहते हैं. जीवन के कार्यों और संघषों से ये कठोर भी बन जाते हैं.

4. लाल चिड़ी का बादशाह- चिड़ी का बादशाह मजाकिया लेकिन गहरी सोच वाला होता है, लेकिन ऐसे बादशाह अपने स्वार्थ के लिए किसी की जान भी मजाक-मजाक में ले सकता है. उसके चारों तरफ होशियार और चालाक लोगों की फौज काम करेगी. गाना-बजाना, खेल, मनोरंजन आदि में अधिकतर समय व्यतीत करेगा. इस बादशाह के लिए एक कहावत कहीं जाती है कि "अंधेर नगरी बेबूझ राजा, टका सेर भाजी टका सेर खाजा."

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)

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