Chaitra Navratri 2024 Day 5: नवरात्रि के पांचवें दिन जानिए स्कंदमाता के पसंदीदा रंग का महत्व
Chaitra Navratri 2024 Day 5: मां स्कंदमाता का पसंदीदा रंग पीला और सफेद उनके ज्ञान, शक्ति, सौभाग्य, समृद्धि, पवित्रता, पवित्रता, शांति, पवित्रता, सदाचार और सच्चाई जैसे गुणों का प्रतीक है. इन रंगों की पूजा करने और धारण करने से भक्तों को ये सभी गुण प्राप्त होते हैं.
नई दिल्ली :
Chaitra Navratri 2024 Day 5: स्कंदमाता मां दुर्गा के पांचवें रूप में पूजा जाता है. वह मां दुर्गा की संगीत, संतान, और सुख-शांति की देवी हैं. उनका पूजन लाभदायक होता है और उन्हें संतान, समृद्धि, और सुख-शांति की प्राप्ति होती है. स्कंदमाता के पूजन से मां के प्रशंसकों को उनकी शक्ति, सुख, समृद्धि और संतान की प्राप्ति में सहायक होती है. उनका ध्यान करने से भक्त को सार्थक और उत्तम जीवन प्राप्त होता है. पांचवें नवरात्रि में स्कंदमाता को प्रसन्न करने के लिए सफेद रंग के कपड़े पहनना सबसे शुभ माना जाता है. इसके अलावा, आप पीले, लाल, या नारंगी रंग के कपड़े भी पहन सकते हैं.
इन रंगों का स्कंदमाता के साथ विशेष महत्व है
सफेद रंग: यह रंग शुद्धता, शांति, और ज्ञान का प्रतीक है.
पीला रंग: यह रंग समृद्धि, खुशी, और उत्साह का प्रतीक है.
लाल रंग: यह रंग शक्ति, साहस, और समर्पण का प्रतीक है.
नारंगी रंग: यह रंग उत्साह, रचनात्मकता, और आध्यात्मिकता का प्रतीक है.
कपड़े साफ-सुथरे और इस्त्री किए हुए होने चाहिए. आप गहने और फूलों से भी खुद को सजा सकते हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप पूजा करते समय शुद्ध और भक्तिभाव से भरे हुए हों.
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें. एक चौकी या वेदी स्थापित करें और उस पर स्कंदमाता की प्रतिमा या तस्वीर रखें. चौकी को लाल या पीले रंग के कपड़े से ढकें. मां स्कंदमाता को दीप, नैवेद्य, धूप, फूल, फल, मिठाई आदि अर्पित करें. मां स्कंदमाता की आरती गाएं और उनसे शीघ्र विवाह की कामना करें. "ॐ क्लीं स्कंदमातयै नमः" मन्त्र का 108 बार जाप करें. कन्याओं को भोजन खिलाएं और उन्हें दान-दक्षिणा दें. ब्रह्मचर्य का पालन करें. नकारात्मक विचारों से दूर रहें और सकारात्मक सोच रखें. नियमित रूप से "ॐ जय जगदीश हरे" मन्त्र का जाप करें. इन उपायों को करने से आपको शीघ्र विवाह की मनोकामना पूर्ण होने में मदद मिलेगी.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
यह भी पढ़ें: Ghaghar Burhi Temple: आसनसोल के घाघर बूढ़ी मंदिर का क्या है इतिहास, जानें इसकी विशेषताएं
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Love Rashifal 3 May 2024: इन राशियों के लिए आज का दिन रोमांस से रहेगा भरपूर, जानें अपनी राशि का हाल
-
Ganga Dussehra 2024: इस साल गंगा दशहरा पर बन रहा है दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में स्नान करें
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीय के दिन करें ये उपाय, चुम्बक की तरह खिंचा चला आएगा धन!
-
First Hindu Religious Guru: ये हैं पहले हिंदू धर्म गुरु, भारत ही नहीं विश्व भी करता है इन्हें नमन