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Chaitra Navratri 2024: नवरात्रि समाप्त होने से पहले जरूर लगा ले बंदनवार, घर पर नहीं पड़ेगा बुरी शक्तियां का साया

Chaitra Navratri 2024: नीम के बंदनवार न केवल घरों और मंदिरों को सजाने का एक सुंदर तरीका हैं, बल्कि इनका धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व भी है. यदि आप नवरात्रि या किसी अन्य त्योहार के अवसर पर अपने घर को सजाना चाहते हैं, तो नीम के बंदनवार एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं.

Updated on: 13 Apr 2024, 02:00 PM

नई दिल्ली :

Chaitra Navratri 2024: नीम के बंधनवार को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, जो सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का प्रवाह लाता है. नीम के बंधनवार को नीमा की पूजा और व्रत के साथ मनाया जाता है. इस दिन लोग नीम के पेड़ के नीचे बैठकर पूजा करते हैं और नीम की पूजा का पानी पीते हैं. इसका मान्यता है कि नीम के बंधनवार का उपासना करने से व्यक्ति को रोगों से छुटकारा मिलता है और उनकी कष्टों को दूर किया जा सकता है. यह दिन विशेष रूप से नीम के पेड़ की पूजा और उसकी महिमा को याद करने के लिए मनाया जाता है. नीम के बंधनवार का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. यह नवरात्रि, दशहरा, दीपावली, और अन्य शुभ अवसरों पर घरों के मुख्य द्वार पर बांधा जाता है. बंधनवार सूखे नीम की टहनियों से बना होता है, जिन्हें रंगीन धागों, फूलों, और अन्य सजावटी सामग्री से सजाया जाता है.

नीम के बंदनवार बनाने की विधि

नीम की ताजी हरी पत्तियां लें. सूत या कपड़े की एक लंबी पट्टी लें. पत्तियों को सूत या कपड़े की पट्टी पर एक-एक करके बांधें. बंधनवार को अपने घर के मुख्य द्वार पर बांधें.

नीम के बंधनवार का महत्व

1. बुरी शक्तियों से रक्षा

नीम को एक पवित्र पेड़ माना जाता है, जिसके पत्तों में औषधीय गुण होते हैं. मान्यता है कि नीम नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाता है और घरों को बुरी शक्तियों से बचाता है. बंधनवार बांधने से घर में सकारात्मकता और समृद्धि आती है.

2. ग्रहों के प्रभाव से बचाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नीम शनि ग्रह से संबंधित है. बंधनवार बांधने से शनि ग्रह के दुष्प्रभाव कम होते हैं और व्यक्ति को स्वास्थ्य, सफलता, और समृद्धि प्राप्त होती है. 

3. सुख-समृद्धि का प्रतीक

नीम को सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. बंधनवार बांधने से घर में सुख-शांति, वैभव, और आनंद का वातावरण बनता है.

4. नवरात्रि और दशहरा का प्रतीक नीम के बंधनवार का विशेष महत्व नवरात्रि और दशहरा के त्योहारों में है. नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा के दौरान बंधनवार बांधा जाता है, जो मां दुर्गा की शक्ति और विजय का प्रतीक है.

दशहरा के त्योहार में रावण के वध के उपलक्ष्य में बंधनवार बांधा जाता है, जो असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है.

5. दीपावली का प्रतीक

दीपावली के त्योहार पर भी नीम के बंधनवार बांधे जाते हैं, जो दीपों के प्रकाश और ज्ञान का प्रतीक है. बंधनवार बांधने से घर में रोशनी और खुशियां आती हैं. 

नीम के बंधनवार हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और सांस्कृतिक प्रतीक है. यह न केवल घरों को सजाता है, बल्कि नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाकर सकारात्मकता लाता है और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देता है. नीम के बंधनवार को प्रत्येक नवरात्रि के बाद बदल देना चाहिए.
बंधनवार को स्वच्छ और सूखा रखना चाहिए. बंधनवार को किसी भी गंदगी या कूड़े के पास नहीं रखना चाहिए.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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