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कश्मीर में एलओसी पर स्टील से बनेंगे 100 से अधिक घर

इन स्टील आवासों को अंदर से इन्सुलेट किया जाएगा, चारपाई की सुविधा होगी और इनमें सौर और जनरेटर उत्पादित बिजली की आपूर्ति होगी.

Updated on: 29 Jan 2022, 12:15 PM

highlights

  • एक समय में कम से कम 12 सैनिकों को समायोजित किया जाएगा
  • साल में औसतन पांच से सात महीने बर्फ से ढके रहते हैं ये इलाके

श्रीनगर:

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को जल्द ही जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर स्टील से बने 100 से अधिक मिश्रित आवास मिलेंगे. बीएसएफ अपने जवानों को खराब मौसम से बचाने के लिए एलओसी के पास उच्च ऊंचाई वाले फॉरवर्ड डिफेंस लोकेलिटीज (एफडीएल) में 100 से अधिक स्टील फैब्रिकेटेड कंटेनर स्थापित करने की प्रक्रिया में है, जिसमें रसोई और शौचालय अटैच होंगे. उन्होंने कहा कि इनकी कुल लागत लगभग 35 करोड़ रुपये होगी. इन स्टील आवासों को अंदर से इन्सुलेट किया जाएगा, चारपाई की सुविधा होगी और इनमें सौर और जनरेटर उत्पादित बिजली की आपूर्ति होगी. ये एफडीएल स्थान 8,000 फीट से 15,500 फीट तक होंगे.

जल्द ही शुरू होगा काम
इन यूनिट्स के लिए प्रस्ताव गृह मंत्रालय को भेजा गया है, जिसने इसे सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है. वित्तीय स्वीकृति के लिए आगे की प्रक्रिया चल रही है. बीएसएफ के अधिकारियों ने इन एफडीएल के लिए सौर ऊर्जा परियोजनाओं को मंजूरी दिलाने के लिए दिल्ली में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया है, जिसे मंजूरी भी मिल चुकी है. वर्तमान में इन स्थानों पर खाना पकाने और दैनिक स्नान सहित सभी गतिविधियां मिट्टी के तेल और डीजल से प्राप्त बिजली का उपयोग करके की जाती हैं.

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कार्बन फुटप्रिंट कम करने में भी मददगार
इन आगामी आवासों में एक समय में कम से कम 12 सैनिकों को समायोजित किया जाएगा और अटैच रसोई में सबसे खराब और कठोर परिस्थितियों में भी ताजा पका हुआ भोजन परोसने की सभी सुविधाएं होंगी. रसोई और शौचालय मुख्य लीविंग हट्स से जुड़े होंगे. अब तक, इन बर्फीले स्थानों पर 8,000 फीट से16,000 फीट की ऊंचाई पर सैनिक अपने राशन और हथियारों के साथ नालीदार जस्ती लोहे की चादर से बनी हट्स में रहते हैं, जिससे उन्हें शून्य से नीचे तापमान में परेशानी होती है. मौसम के कारण क्षेत्र साल में औसतन पांच से सात महीने बर्फ से ढके रहते हैं. हट्स के डिजाइन को पहले ही अंतिम रूप दे दिया है, जिसमें मनोरंजन प्रणाली (एंटरटेनमेंट सिस्टम) भी प्रदान की जाएगी. उम्मीद है कि मई-जून से निर्माण कार्य शुरू हो सकता है. यीह नहीं, सौर ऊर्जा पैनल, खाना पकाने और अन्य जरूरतों के लिए सैनिकों द्वारा डीजल और मिट्टी के तेल के भारी उपयोग के कारण उत्पन्न कार्बन फुटप्रिंट्स और प्रदूषण को कम करने में मदद करेंगे.
100 से अधिक स्टील फैब्रिकेटेड कंटेनर स्थापित करने की प्रक्रिया