logo-image

किताबों के शौकिन के लिए साल 2019 में बहुत है विकल्प, ये रही लिस्ट

किताब के शौकीनों के लिये इस साल कई दिलचस्प किताबें कतार में हैं, जिनमें मिताली राज और यशवंत सिन्हा के संस्मरण, कुलदीप नैयर की अंतिम रचना तथा अरुंधति रॉय, अमिताव घोष, सचिन पायलट एवं रघुराम राजन, मनमोहन सिंह एवं अन्य की किताबें शामिल हैं.

Updated on: 02 Feb 2019, 08:16 PM

नई दिल्ली:

किताब के शौकीनों के लिये इस साल कई दिलचस्प किताबें कतार में हैं, जिनमें मिताली राज और यशवंत सिन्हा के संस्मरण, कुलदीप नैयर की अंतिम रचना तथा अरुंधति रॉय, अमिताव घोष, सचिन पायलट एवं रघुराम राजन, मनमोहन सिंह एवं अन्य की किताबें शामिल हैं. सिन्हा की किताब ‘रिलेंटलेस’ को ब्लूम्सबेरी प्रकाशित करेगी, पेंग्विन रैंडम हाउस मिताली राज के संस्मरण ‘अनगार्डेड’ प्रकाशित करेगी.

कुलदीप नैयर की आखिरी रचना 'ऑन लीडर्स एंड आइकंस : फ्रॉम जिन्ना टू मोदी' को स्पीकिंग टाइगर प्रकाशित करेगी. नैयर का निधन 23 अगस्त 2018 को हुआ था और अपने निधन से कुछ सप्ताह पहले उन्होंने इस रचना पर काम खत्म किया था.

ऑक्सफोर्ड मनमोहन सिंह की 'चेंजिंग इंडिया' और इंदिरा जयसिंह, आशीष नंदी एवं उपेंद्र सिंह तथा अन्य की किताबें प्रकाशित करेगी. अन्य आत्मकथाओं में प्रशांत भूषण की 'माई लाइफ इन मूवमेंट्स' (रूपा प्रकाशन) और लीजा रे की 'क्लोज टू द बोन' (हार्परकोलिंस इंडिया प्रकाशन) के नाम हैं.

'रूटेड' (पेंग्विन प्रकाशन) शीर्षक से सचिन पायलट की किताब भी इस कतार में शामिल है, जिसकी सहलेखक प्रतिष्ठा सिंह हैं. फिल्में, संगीत और मनोरंजन एवं लाइफस्टाइल उद्योग भी इसमें शामिल होंगे.

और पढ़ें: हर तरह की यादों को संजोकर रखने का जरिया है ‘पर्सनल डायरी’

नियोगी बुक्स ने हिंदी भाषा में 'बहुवचन' शीर्षक के तहत किताबों की एक श्रृंखला लॉन्च की है। इसके तहत पहली 12 किताबों को प्रकाशित की गई है, जो पहले ही अंग्रेजी में प्रकाशित हो चुकी हैं.इन पुस्तकों में जीवनी से लेकर यात्रा और भोजन से लेकर संस्कृति तक विविध विषयों वाली पुस्तकें शामिल हैं.

नियोगी बुक्स के प्रकाशक बिकास डे नियोगी ने कहा, 'इसके माध्यम से, हम हिंदी का प्रसार कर रहे हैं जो भारत की बहुभाषी छवि को कायम रखते हुए, आज एक वैश्विक भाषा बन गई है. बहुवचन का प्रयास अच्छी किताबों का प्रकाशन कर उनकी पहुंच को और मजबूत करना है.'

बहुवचन के तहत प्रारंभिक चरण में एम एफ हुसैन, बिस्मिल्ला खान, जोहरा सहगल, सरिस्का और कुंभ मेला पर आधारित किताबें शामिल हैं. 'लाइफ ऑफ ए सॉन्गस्टार' (रूपा प्रकाशन) में गीतकार समीर ने फिल्मकार शुजा अली के साथ मिलकर अपने कुछ चर्चित गीतों के माध्यम से बॉलीवुड में बिताये अपने दिनों को कलम से उतारा है. डिजाइनर मनीष मल्होत्रा और मसाबा गुप्ता ने फैशन जगत में अपनी यात्रा (दोनों रूपा प्रकाशन) को कलमबद्ध किया है.

अन्य फिल्मी किताबों में राकेश ओमप्रकाश मेहरा (रूपा प्रकाशन), दीप्ति नवल (अलेफ प्रकाशन) की रचनाओं सहित संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, डैनी डेंगजोंगपा (दोनों रूपा प्रकाशन), गुलशन ग्रोवर और श्रीदेवी (दोनों पेंग्विन प्रकाशन) और नम्रता जोशी की 'रील इंडिया : सिनेमा एंड मुफस्सिल' (हैशेट प्रकाशन), कावेरी बामजई की 'द थ्री खान्स' (वेस्टलैंड प्रकाशन) शामिल हैं.

और पढ़ें: साहित्‍य फेस्‍टिवल 2019: सियासत की जुबान नई पीढ़ी को खराब कर देगी: गुलजार

खेल शख्सियतों में सनत जयसूर्या (रूपा प्रकाशन) और दूती चंद (वेस्टलैंड प्रकाशन) की जीवनी आधारित किताब, मिहिर बोस की 'द नाइन वेव्स' (अलेफ प्रकाशन), निखिल नाज की 'मिरेकल मेन' और सुसन नाइनन एवं विश्वनाथन आनंद के जीवन पर लिखी किताब (दोनों हैशेट प्रकाशन) शामिल हैं.

पेंग्विन प्रकाशन द्वारा प्रकाशित अमिताव घोष की 'गन आइलैंड', पिको अय्यर की 'ऑटम लाइट', रूचिर शर्मा की 'डेमोक्रेसी ऑन दी रोड', अरुंधति रॉय की संग्रहित गैर गल्प 'माई सेडीशस हार्ट', पूर्व एनएसए शिवशंकर मेनन की 'पास्ट प्रेजेंट : इंडिया इन द जियोपॉलिटिक्स ऑफ एशिया', निरुपमा राव की 'टेल इट ऑन दी माउंटेन' और एसवाई कुरैशी की 'द ग्रेट मार्च ऑफ डेमोक्रेसी' शामिल है.