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Top 5 Dharmavaram  Sarees: धर्मावरम साड़ियों का रोचक इतिहास, ये 5 साड़ियां हैं सबसे मशहूर

Top 5 Dharmavaram  Sarees: धर्मावरम साड़ी, जिसे मंदिर साड़ी के रूप में भी जाना जाता है, भारत की एक पारंपरिक साड़ी है,ये सुंदर साड़ियां हथकरघा पर बनाई जाती हैं और इनकी खासियत इनके जटिल डिजाइन और समृद्ध ज़री के काम में होती है.

Updated on: 22 Apr 2024, 05:40 PM

नई दिल्ली:

Top 5 Dharmavaram  Sarees: धर्मावरम साड़ी आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित धर्मावरम शहर में उत्पन्न होती है. इनकी बुनाई 17वीं शताब्दी से हो रही है, जब धर्मावरम के राजाओं ने इन साड़ियों को प्रोत्साहन दिया था. ये साड़ियां अपनी महीन कारीगरी, चमकीले रंगों और भारी भरकम डिजाइनों के लिए प्रसिद्ध हैं. धर्मावरम साड़ी को रेशम, सूत और सोने के तारों से बुना जाता है. इनकी बुनाई में 'जरी' और 'कसब' नामक विशेष तकनीकों का इस्तेमाल होता है.

इन साड़ियों पर मोर, मंदिर, फूल और पक्षियों जैसे पारंपरिक डिजाइन बने होते हैं. धर्मावरम साड़ियां आमतौर पर लाल, हरे, पीले और नीले रंगों में उपलब्ध होती हैं. धर्मावरम साड़ियां भारत भर में, खासकर दक्षिण भारत में बहुत लोकप्रिय हैं. इन्हें अक्सर शादियों, त्योहारों और अन्य विशेष अवसरों पर पहना जाता है. ये साड़ियां अपनी सुंदरता और भव्यता के लिए जानी जाती हैं, और इन्हें एक स्टेटस सिंबल भी माना जाता है. धर्मावरम साड़ियों की कई किस्में हैं, जिनमें पट्टू, कोरकपल्ली, और अरनी साड़ी शामिल हैं. प्रत्येक किस्म की अपनी अनूठी विशेषताएं और डिजाइन होते हैं.

1. पट्टू साड़ी

यह धर्मावरम साड़ी का सबसे लोकप्रिय प्रकार है.  इसे रेशम के धागों से बुना जाता है और इसमें सोने और चांदी के तारों का काम होता है.  पट्टू साड़ियां आमतौर पर लाल, हरे, पीले और नीले रंगों में उपलब्ध होती हैं, और इन पर पारंपरिक डिजाइन जैसे कि मोर, मंदिर, फूल और पक्षी बने होते हैं. 

2. कोरकपल्ली साड़ी

यह धर्मावरम साड़ी का एक और लोकप्रिय प्रकार है.  इसे सूत के धागों से बुना जाता है और इसमें सोने और चांदी के तारों का काम होता है.  कोरकपल्ली साड़ियां आमतौर पर सफेद, क्रीम और ऑफ-व्हाइट रंगों में उपलब्ध होती हैं, और इन पर सरल और सुरुचिपूर्ण डिजाइन बने होते हैं.

3. अरनी साड़ी

यह धर्मावरम साड़ी का एक अनूठा प्रकार है.  इसे सूत और रेशम के धागों के मिश्रण से बुना जाता है और इसमें सोने और चांदी के तारों का काम होता है.  अरनी साड़ियां आमतौर पर गुलाबी, नारंगी और पीले रंगों में उपलब्ध होती हैं, और इन पर जटिल और फूलों वाले डिजाइन बने होते हैं. 

4. कलमकारी साड़ी

यह धर्मावरम साड़ी का एक विशेष प्रकार है.  इसे सूत के धागों से बुना जाता है और इसमें कलमकारी नामक एक पारंपरिक हाथ से चित्रित डिजाइन होता है.  कलमकारी साड़ियां आमतौर पर सफेद, क्रीम और ऑफ-व्हाइट रंगों में उपलब्ध होती हैं, और इन पर प्राकृतिक रंगों का उपयोग करके किए गए चित्र होते हैं. 

5. इकत साड़ी

यह धर्मावरम साड़ी का एक और विशेष प्रकार है.  इसे सूत या रेशम के धागों से बुना जाता है और इसमें इकत नामक एक बंधेज डिजाइन होता है.  इकत साड़ियां आमतौर पर विभिन्न रंगों में उपलब्ध होती हैं, और इन पर ज्यामितीय और अमूर्त डिजाइन बने होते हैं.

कई प्रसिद्ध हस्तियां, जैसे कि रेखा, जयाललिता, और साई पल्लवी, धर्मावरम साड़ियां पहन चुकी हैं. आप धर्मावरम शहर से या ऑनलाइन स्टोर से धर्मावरम साड़ी खरीद सकते हैं. असली धर्मावरम साड़ी की पहचान करने के लिए, आपको 'धर्मावरम सिल्क साड़ी प्रोडक्शन सोसाइटी' का प्रमाण पत्र देखना चाहिए. इन साड़ियों को हाथ से धोना चाहिए और हल्के डिटर्जेंट का इस्तेमाल करना चाहिए. इन्हें सीधे धूप में नहीं सुखाना चाहिए, और इन्हें स्टोर करते समय उन्हें एसिड-फ्री पेपर में लपेटना चाहिए. धर्मावरम साड़ी भारतीय संस्कृति और विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.  इनकी सुंदरता और शिल्प कौशल उन्हें दुनिया भर में लोकप्रिय बनाते हैं.

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