दूसरे विश्व युद्ध का विटेंज बम कोलकाता में मिला, जानें इसके बारे में सबकुछ
विश्व युद्ध-2 का एक विंटेज 1000 पाउंड का बम कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केओपीटी) के नेताजी सुभाष डॉक पर शुक्रवार को ड्रेजिंग ऑपरेशन के दौरान मिला.
नई दिल्ली:
दूसरे विश्व युद्ध का एक विंटेज 1000 पाउंड का बम कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केओपीटी) के नेताजी सुभाष डॉक पर ड्रेजिंग ऑपरेशन के दौरान मिला. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के एक अधिकारी ने बताया, 'विश्व युद्ध-2 का एक विंटेज 1000 पाउंड का बम कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केओपीटी) के नेताजी सुभाष डॉक पर शुक्रवार को ड्रेजिंग ऑपरेशन के दौरान मिला. यह एक एरियल बम है, जिसका इस्तेमाल संभवत: दूसरे विश्व युद्ध के दौरान किया गया था.'
बंदरगाह के अधिकारियों ने इस संबंध में पुलिस के समक्ष एक एफआईआर दर्ज कराया. बंदरगाह के अधिकारी ने कहा, 'कोलकाता पुलिस समन्वय कर रही है. भारतीय नौसेना और भारतीय सेना को सूचित कर दिया गया है. डॉक के बर्थ 2 पर सीआईएसएफ ने बम की घेराबंदी कर दी है.'
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नौसेना के पश्चिम बंगाल के प्रभारी अधिकारी कोमोडोर सुप्रोभो केडे ने बताया, 'यह कई सालों तक पानी में रहा है. यह कहना मुश्किल है कि यहां कैसे आया. हो सकता है कि इसे जहाज में ले जाया जा रहा हो और जहाज से किनारे लाने के दौरान नदी में गिर गया हो. हम नहीं जानते कि असली कारण क्या है.'
उन्होंने बताया, 'हमारी जांच से प्रतीत होता है कि यह एक एरियल बम है और अमेरिका में बना है, क्योंकि इस पर अमेरिकी मार्किंग है. हम विशेषज्ञ से जांच कराने में केओपीटी को सहयोग कर रहे हैं.'
अधिकारी ने बताया कि इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड से भी जांच के लिए संपर्क किया जा सकता है. इसे सुरक्षित पाए जाने पर संग्रहालय में रखा जा सकता है.
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