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प्रशांत किशोर ने सोनिया गांधी को क्यों दिया प्रेजेंटेशन? जानें यहां 

देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एक्शन मोड़ में दिखाई दे रही हैं.

Updated on: 16 Apr 2022, 06:58 PM

नई दिल्ली:

देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एक्शन मोड़ में दिखाई दे रही हैं. अब सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) 2024 की रणनीति में अभी से लग गई है, जिसको लेकर उन्होंने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (PK) और कांग्रेस (Congress) के 14 बड़े नेताओं के साथ हाई लेवल बैठक की. जहां पर प्रशांत किशोर (Prashant kishor presentation) ने करीब 3 घंटे तक प्रेजेंटेशन दिया. ये बैठक दस जनपथ पर हुई.

इस बैठक में प्रशांत किशोर ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एक विस्तृत प्रेजेंटेशन सोनिया गांधी के सामने रखा. बैठक के बाद संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि प्रशांत किशोर के प्रेजेंटेशन पर सोनिया गांधी ने एक कमेटी बनाई है, जो एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपेगी.

सूत्रों के मुताबिक प्रशांत किशोर की टीम देशभर में कांग्रेस के लिए असेसमेंट कर रही है और उसकी रिपोर्ट सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी को भेजी भी जा रही है. उदाहरण के तौर पर प्रशांत किशोर की टीम बिहार में कांग्रेस के नेताओं से फोन करके पूछ रही है कि उनका अगला प्रदेश अध्यक्ष कौन होना चाहिए? लेकिन दुविधा ये है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे या एक रणनीतिकार के रूप में पार्टी के लिए काम करेंगे. फिलहाल इस पर सस्पेंस बरकरार है.

हाल ही में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रशांत किशोर की भूमिका को लेकर ऐतराज जताया था. सोनिया गांधी ने भी प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल कराने को लेकर कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों से सलाह मांगी थी. उस वक्त कांग्रेस के कई बड़े नेता प्रशांत किशोर के पार्टी में शामिल होने और पूरी पार्टी को अपने मुताबिक हाईजैक करने का विरोध कर रहे थे.

सोनिया गांधी और राहुल गांधी के सामने प्रशांत किशोर के प्रेजेंटेशन के बाद यह तय हो गया कि कम से कम 2024 तक प्रशांत किशोर कांग्रेस के साथ मिलकर काम करेंगे. अब उनकी भूमिका बतौर नेता कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर काम करने की रहेगी या एक राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में ये अभी तय नहीं है.

गौरतलब है कि न्यूज़ नेशन के पास सबसे पहले खबर थी कि 8 अप्रैल को प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ करीब 45 मिनट तक बैठक की थी और आज की मीटिंग का आधार उसी दिन बनाया गया था.