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नवाब मलिक के साथ महाराष्ट्र सरकार, गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन आज

संजय राउत ने ट्वीट कर कहा, 'जिस तरीके से अफजल खान की भांति पीछे से वार शुरू किया गया है वह सभी देख रहे हैं आने दो. देखते हैं क्या होता है लेकिन नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं होना चाहिए. लड़ते रहेंगे और जीतेंगे यही हिंदुत्व है कि कंस और रावण भी मारे गए थे

Updated on: 23 Feb 2022, 11:59 PM

highlights

  • नवाब मलिक के समर्थन में आई महाराष्ट्र सरकार
  • गुरुवार को गांधी जी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन
  • शुक्रवार को पूरे राज्य में प्रदर्शन करेंगी सरकार में शामिल पार्टियां

मुंबई:

नवाब मलिक को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. बीजेपी अब उनके इस्तीफे की मांग कर रही है. लेकिन महाराष्ट्र की सरकार पूरी तरह से नवाब मलिक के साथ खड़ी नजर आ रही है. इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर हुई एनसीपी नेताओं की बैठक के बाद ये बयान आया है कि नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं मांगा जाएगा. इस बात की पुष्टि छगन भुजबल ने भी की है.  उन्होंने कहा कि नवाब मलिक को ED ने गलत तरह से गिरफ़्तार किया है. 

संजय राउत ने ट्वीट कर कहा, 'जिस तरीके से अफजल खान की भांति पीछे से वार शुरू किया गया है वह सभी देख रहे हैं आने दो. देखते हैं क्या होता है लेकिन नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं होना चाहिए. लड़ते रहेंगे और जीतेंगे यही हिंदुत्व है कि कंस और रावण भी मारे गए थे. जय महाराष्ट्र'

इस मामले पर शरद पवार के साथ बैठक के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबल ने कहा, 'नवाब मलिक को ED ने गलत तरह से गिरफ़्तार किया है. कोर्ट में कई सालों तक 1992 बम धमाका मामला चला जिसमें बहुत लोगों को फांसी और सज़ा हुई थी. उस मामले में नवाब मलिक का नाम कहीं नहीं आया था.' नवाब मलिक के इस्तीफ़े का सवाल नहीं उठता, नारायण राणे को भी गिरफ़्तार किया गया था उन्होंने इस्तीफ़ा नहीं दिया था. नवाब मलिक पर PMLA का मामला नहीं बनता क्योंकि 1992 में बम धमाके के दोषियों के साथ संबंध जोड़ा जा रहा हैं. इस मामले को 25 साल से ज्यादा समय बीत गया हैं. उस समय PMLA अस्तित्व में बहु नहीं था. इस मामले में कइयों को फांसी और सजा भी हो गई हैं. लेकिन नवाब मालिक पर लगाए आरोपों में शामिल दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर और अन्य आरोपी जिंदा भी नहीं है. इसीलिए ये कार्रवाई ज़िरफ बदले की भावना से की गई हैं. हम इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई भी लड़ेंगे और जनता में।जाकर अपनी बातें रखेंगे ममता बनर्जी समेत कई राष्ट्रीय नेताओं के फोन शरद पवार और उद्धव ठाकरे को आ रहे है. कइयों ने समर्थन किया हैं.

छगन भुजबल ने आगे कहा कि नवाब मलिक की गिरफ्तारी के विरोध में कल मंत्रालय के पास स्थित गांधी जी के पुतले के पास हमारे मंत्री और परसों हमारे कार्यकर्ता पूरे तालुका में प्रदर्शन करेंगें. नवाब मलिक ने कुछ गलत नहीं किया है इसलिए उनका इस्तीफा नहीं लिया जाएगा. MVA की सरकार गिराने के लिए केंद्र सरकार ऐसी हरकतें कर रही है.'

वहीं, शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए ट्विटर पर लिखा, 'ईडी, आईटी, एनसीबी, सीबीआई, पाकिस्तान और दाऊद सब के सब बीजेपी के चुनावी हथियार हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी इनका इस्तेमाल चुनावी माहौल बदलने के लिए करती है. उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत केस में महाराष्ट्र में सीबीआई एक्सपोज हो चुकी है. एनसीबी ड्रग्स केस में एक्सपोज हो चुकी है और अब ईडी की बारी है.'