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शहीद दिवस : भगत सिंह-राजगुरु-सुखदेव को पीएम मोदी ने किया नमन, करेंगे 'क्रांति गैलरी' का उद्घाटन

शहीद दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीदों को नमन किया. शहीद दिवस के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल (Victoria Memorial Hall) स्थित...

Updated on: 23 Mar 2022, 10:32 AM

highlights

  1. शहीद दिवस के असवर पर पीएम मोदी ने किया शहीदों को नमन
  2. देशवासियों को सदैर प्रेरित करता रहेगा शहीदों का जज्बा
  3. पीएम मोदी करेंगे बिप्लोबी भारत गैलरी का उद्घाटन

नई दिल्ली:

आज 23 मार्च है. ये वो दिन है, जब अंग्रेजों ने अपने सबसे बड़े दुश्मन अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को बर्बर तरीके से फांसी के फंदे पर लटका दिया. पीएम मोदी ने भारत माता के अमर शहीदों को नमन करते हुए उन्हें याद किया. पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, 'शहीद दिवस पर भारत माता के अमर सपूत वीर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को कोटि-कोटि नमन. मातृभूमि के लिए मर मिटने का उनका जज्बा देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा. जय हिंद!'

बिप्लोबी भारत गैलरी का करेंगे उद्घाटन

शहीद दिवस के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल (Victoria Memorial Hall) स्थित बिप्लोबी भारत गैलरी (Biplobi Bharat Gallery) का 23 मार्च को छह बजे सायं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान उपस्थितजनों को सम्बोधित भी करेंगे. गैलरी में स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों के योगदान और ब्रिटिश औपनिवेशिक राज के विरुद्ध उनके सशस्त्र प्रतिरोध को दर्शाया जायेगा. इस पक्ष को स्वतंत्रता आंदोलन के मुख्य विमर्श में प्रायः समुचित स्थान नहीं दिया जाता है.

बिप्लोबी भारत गैलरी में दिखेंगी स्वतंत्रता आंदोलन की अनकही बातें

इस नई गैलरी का उद्देश्य है कि उन सारी घटनाओं का समग्र चित्रण प्रस्तुत किया जाये जो 1947 में अपनी पराकाष्ठा को पहुंची थीं. साथ ही क्रांतिकारियों द्वारा निभाई गई महत्त्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर किया जाए. बिप्लोबी भारत गैलरी में वह राजनीतिक और बौद्धिक पृष्ठभूमि प्रस्तुत की गई है, जिसने क्रांतिकारी आंदोलन (Freedom Struggle) को प्रेरित किया. गैलरी में क्रांतिकारी आंदोलन के जन्म, क्रांतिकारियों द्वारा महत्त्वपूर्ण संगठनों का निर्माण, आंदोलन का विस्तार, इंडियन नेशनल आर्मी का गठन, नौसेना विद्रोह का योगदान, आदि को पेश किया जायेगा.