logo-image

रोहिंग्या को वापस म्यांमार भेजेगी बांग्लादेश की हसीना सरकार

म्यांमार के रखाइन में हिंसा भड़कने के बाद बांग्लादेश पुहंचे रोहिंग्या शरणार्थियों को शेख हसीना सरकार जल्द वापस भेज सकती है।

Updated on: 06 Oct 2017, 03:21 PM

highlights

  • बांग्लादेश के विदेश सचिव ने कहा, हम चाहते हैं कि रोहिंग्या जल्द से जल्द वापस अपने घर जाएं
  • विदेश सचिव ने कहा, बांग्लादेश आये शरणार्थी में रोहिंग्या मुस्लिम के अलावा हिंदू और ईसाई भी हैं

नई दिल्ली:

म्यांमार के रखाइन में हिंसा भड़कने के बाद बांग्लादेश पुहंचे रोहिंग्या शरणार्थियों को शेख हसीना सरकार जल्द वापस भेज सकती है।

बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद मोहम्मद शाहिदुल हक ने शुक्रवार को कहा कि हम चाहते हैं कि वो (रोहिंग्या) जल्द से जल्द यहां से वापस अपने घर जाएं।

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश आये शरणार्थी में रोहिंग्या मुस्लिम के अलावा हिंदू और ईसाई भी हैं।

हक ने नई दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, 'हम म्यांमार सरकार की मदद कर सकते हैं लेकिन बांग्लादेश में शरण लेने से रोहिंग्या समस्या का समाधान नहीं निकलेगा।'

उन्होंने कहा, 'म्यामांर में समस्या उत्पन्न की गई है तो हल भी वहीं निकलेगा। इस समस्या के हल के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है।'

हक ने बताया कि म्यांमार ने अपने लोगों को वापस लेने में शुरुआती दिलचस्पी दिखाई है, आगे के तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है।

और पढ़ें: 50 संभावित जगहों से हो सकती है रोहिंग्या 'घुसपैठ', BSF ने बढ़ाई चौकसी

उन्होंने कहा, 'हमने उन्हें (म्यांमार) लिखित प्रस्ताव दिया है कि कैसे वह रोहिंग्या को वापस ले सकते हैं। अधिकारियों का एक समूह तैयार किया गया है।'

आपको बता दें कि पिछले दिनों म्यांमार ने रखाइन से बांग्लादेश भागकर गए रोहिंग्या शरणार्थियों में से करीब पांच लाख को वापस लेने का प्रस्ताव दिया था।

रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के कार्यालय के मंत्री क्याव टिंट स्वे ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए. एच. महमूद अली के साथ वार्ता के बाद रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने की पेशकश की है।

म्यांमार के रखाइन में हिंसा भड़कने के बाद रोहिंग्या शरणार्थियों के पड़ोसी देश बांग्लादेश भागने का क्रम जारी है।

बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने पिछले दिनों कहा था कि अगस्त के अंत में हिसा भड़कने के बाद से लगभग 509,000 रोहिंग्या बांग्लादेश भाग गए हैं।

और पढ़ें: रोहिंग्या पर वीडियो पोस्ट करने पर छिना ब्यूटी क्वीन श्वे यान शी का ताज

रोहिंग्या विद्रोहियों द्वारा म्यांमार सेना की चौकियों पर हमले के बाद 25 अगस्त को शुरू हुई सेना की कार्रवाई ने रोहिंग्या लोगों को पलायन पर मजबूर कर दिया, जिसके बाद म्यांमार ने उनसे नागरिकता भी छीन ली।

और पढ़ें: अरुणाचल में वायुसेना का हेलीकॉप्टर क्रैश, 2 जवान सहित 7 की मौत