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Illegal Dargah Row: दरगाह किसकी? गणपति मंदिर बनाएंगे अगर... राज ठाकरे की चेतावनी

राज ठाकरे ने एक ड्रोन फुटेज दिखाते हुए कहा कि माहिम तट से दूर समुद्र के बीच में एक 'अवैध दरगाह' बन रही है. यदि इसे तत्काल नहीं तोड़ा गया, तो वह उसी स्थान पर एक विशाल गणपति मंदिर की स्थापना कर देंगे.

Updated on: 23 Mar 2023, 09:04 AM

highlights

  • राज ठाकरे का दावा माहिम तट पर बन रही है एक 'अवैध दरगाह'
  • न हटाने पर उसी जगह गणपति मंदिर के निर्माण की चेतावनी
  • शिवसेना में विभाजन के लिए उद्धव ठाकरे को ठहराया जिम्मेदार

मुंबई:

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने बुधवार को अपने गुड़ी पड़वा संबोधन में एक क्लिप चलाया और दावा किया कि मुंबई में माहिम तट पर एक 'अवैध दरगाह' (Illegal Dargah) बन रही है. राज ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा, 'यह दरगाह किसकी है? दो साल पहले यह वहां नहीं थी. अगर अवैध निर्माण को तुरंत नहीं गिराया गया, तो हम उसी स्थान पर एक विशाल गणपति मंदिर का निर्माण करेंगे.' वीडियो को बाद में मनसे के ट्विटर हैंडल से साझा किया गया था, जिसमें कहा गया था कि दिन के उजाले में समुद्र के बीच में एक 'नया हाजी अली' (Haji Ali) तैयार किया जा रहा है. फिर भी पुलिस और नगर पालिका को इसकी भनक तक नहीं लगी.

अवैध दरगाह नहीं हटाने पर गणपति मंदिर के निर्माण की चेतावनी
मनसे द्वारा शेयर किए गए वीडियो में तट के पास कुछ खंभों के साथ एक द्वीप सरीखा का छोटा भूखंड दिखता है. इस वीडियो में कुछ लोगों को समुद्र के पानी से गुजरते हुए इबादत करते जाते हुए भी दिखाया गया है. राज ठाकरे का दावा है कि यह समुद्र के बीच में बनाई जा रही अवैध 'दरगाह' है. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि इस अवैध दरगाह को तुरंत ही ध्वस्त नहीं किया जाता है, तो मनसे उसी स्थान पर गणति मंदिर का निर्माण करेगी. गौरतलब है कि राज ठाकरे वृहनमुंबई के स्थानीय निकाय चुनाव से पहले हिंदुत्व के मसले को जोर-शोर से उठा रहे हैं. 

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शिवसेना में विभाजन के लिए उद्धव जिम्मेदार
गुड़ी पड़वा के अवसर पर मनसे पार्टी की रैली को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने शिवसेना के विभाजन के लिए उद्धव ठाकरे को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा, एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों के साथ उद्धव का साथ छोड़ दिया. इस विभाजन के लिए उद्धव ठाकरे और उनका नेतृत्व ही जिम्मेदार है. महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री रहते हुए उद्धव अपने ही विधायकों से मेल-मुलाकात नहीं करते थे. आने वालों से वह मिलने से मना कर देते थे. इसी कड़ी में राज ने शिवसेना छोड़कर गए खुद समेत सभी वरिष्ठ नेताओं के लिए भी उद्धव को ही जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने बेहद क्षुब्ध स्वर में कहा कि उनका इस्तेमाल सिर्फ चुनाव प्रचार के लिए किया जाता था. 

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बीजेपी संग चुनाव लड़ने के कयास
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मुंबई महानगरपालिका समेत अन्य चुनाव भारतीय जनता पार्टी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मिलकर लड़ सकती है. यह अलग बात है कि राज ठाकरे गुड़ी पड़वा पर आयोजित पार्टी रैली में एकनाथ शिंदे सरकार को भी आड़े हाथों लेने से बाज नहीं आए. इस रैली का एक आकर्षण राज ठाकरे को सूबे का अगला मुख्यमंत्री दिखाते लगाए गए होर्डिंग्स थे. इन सभी होर्डिंग्स मेंमनसे प्रमुख राज ठाकरे को महाराष्ट्र का भावी मुख्यमंत्री बताया गया था.