प्रधानमंत्री मोदी करेंगे शिक्षण समुदाय को संबोधित, नई शिक्षा नीति की पहली वर्षगांठ आज
नई शिक्षा नीति की पहली वर्षगांठ आज गुरूवार को है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों के साथ शाम 4:00 बजे देश को संबोधित करेंगे.
highlights
- नई शिक्षा नीति की पहली वर्षगांठ आज (गुरूवार)
- पीएम मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए करेंगे शिक्षण समुदाय को संबोधित
- कर सकते हैं कई नए कार्यक्रमों की शुरूआत
नई दिल्ली:
नई शिक्षा नीति की पहली वर्षगांठ आज गुरूवार को है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों के साथ शाम 4:00 बजे देश को संबोधित करेंगे. जिसके बाद शाम 5:00 बजे शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान नई शिक्षा नीति व कोरोना वायरस में शैक्षणिक संस्थानों को खोलने आदि विषयों पर जानकारी दे सकते हैं. 29 जुलाई, 2021 को नई शिक्षा नीति को लागू हुए एक वर्ष पूरे हो गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम में एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट का भी शुभारंभ करेंगे, जो उच्च शिक्षा में छात्रों के लिए कई प्रवेश और निकास का विकल्प प्रदान करेगा. इसके साथ ही क्षेत्रीय भाषाओं में प्रथम वर्ष के इंजीनियरिंग कार्यक्रम और उच्च शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण के लिए दिशानिर्देश भी जारी किये जायेंगे. इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री कई नए कार्यक्रमों की शुरूआत कर सकते हैं.
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कौन-कौन से नए कार्यक्रमों को शुरू कर सकते हैं प्रधानमंत्री?
प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान शिक्षा जगत से जुड़े कई नए कार्यक्रमों की शुरूआत कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि कौन-कौन से कार्यक्रमों की शुरूआत हो सकती है.
- ग्रेड 1 के छात्रों के लिए तीन महीने की अवधि के लिए नाटक पर आधारित स्कूल तैयारी मॉड्यूल विद्या प्रवेश,
- माध्यमिक स्तर पर एक विषय के रूप में भारतीय सांकेतिक भाषा- एनआईएसएचटीएचए 2.0,
- एनसीईआरटी द्वारा डिजाइन किया गया शिक्षक प्रशिक्षण का एक एकीकृत कार्यक्रम- सफल (सीखने के स्तर के विश्लेषण के लिए संरचित मूल्यांकन),
- सीबीएसई स्कूलों में ग्रेड 3, 5 और 8 के लिए एक योग्यता आधारित मूल्यांकन ढांचा
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को समर्पित एक वेबसाइट
- नेशनल डिजिटल एजूकेशन आर्किटेक्चर (NDEAR) और राष्ट्रीय शिक्षा प्रौद्योगिकी फोरम का शुभारंभ
इन प्रयासों को नई शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. नई शिक्षा नीति 21वीं सदी की पहली शिक्षा नीति है. सरकार का कहना है कि इस नई शिक्षा नीति का उद्देश्य 21वीं सदी की जरूरतों के अनुकूल स्कूल और कॉलेज की शिक्षा को अधिक व्यापक और लचीला बनाना है. साथ ही भारत को एक ज्ञान आधारित जीवंत समाज और ज्ञान की वैश्विक महाशक्ति में बदलना और प्रत्येक छात्र में निहित अद्वितीय क्षमताओं को सामने लाना है. इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी मौजूद रहेंगे.
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