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PM नरेंद्र मोदी बोले- भारत राष्ट्र होने के साथ-साथ एक विचार और संस्कार भी है

PM नरेंद्र मोदी ने कनाडा सनातन मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र से लोगों को संबोधित किया है. पीएम मोदी ने कहा कि कनाडा में भारतीय संस्कृति और मूल्यों को जीवंत रखने में ओंटारियो में स्थित सनातन मंदिर कल्चरल सेंटर की भूमिका से हम सब परिचित हैं.

Updated on: 01 May 2022, 10:10 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi ) ने कनाडा सनातन मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र से लोगों को संबोधित किया है. पीएम मोदी ने कहा कि कनाडा में भारतीय संस्कृति और मूल्यों को जीवंत रखने में ओंटारियो में स्थित सनातन मंदिर कल्चरल सेंटर की भूमिका से हम सब परिचित हैं. आप अपने इन प्रयासों में कितना सफल हुए हैं, आपने किस तरह अपनी एक सकारात्मक छाप छोड़ी है, अपनी कनाडा यात्राओं में मैंने अनुभव किया है.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सनातन मंदिर में सरदार वल्लभभाई पटेल की ये प्रतिमा न केवल हमारे सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूती देगी, बल्कि दोनों देशों के संबंधों की प्रतीक भी बनेगी. जो लोकतांत्रिक मूल्य, जो कर्तव्यों का ऐहसास उसके पुरखे भारत से ले गए होते हैं, वो उसके दिल के कोने में हमेशा जीवंत रहते हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि भारत एक राष्ट्र होने के साथ ही एक विचार भी है, एक संस्कार भी है.

उन्होंने आगे कहा कि एक भारतीय दुनिया में कहीं भी रहे, कितनी ही पीढ़ियों तक रहे, उसकी भारतीयता, उसकी भारत के प्रतिनिष्ठा लेश मात्र भी कम नहीं होती. वो भारतीय जिस देश में रहता है पूरी लगन और ईमानदारी से उस देश की भी सेवा करता है. भारत वो शीर्ष चिंतन है- जो 'वसुधैव कुटुंबकम' की बात करता है. भारत दूसरे के नुकसान की कीमत पर अपने उत्थान के सपने नहीं देखता. भारत अपने साथ सम्पूर्ण मानवता के, पूरी दुनिया के कल्याण की कामना करता है.

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि आजादी के बाद नए मुकाम पर खड़े भारत को उसकी हजारों सालों की विरासत याद दिलाने के लिए सरदार साहेब ने सोमनाथ मंदिर की पुनर्स्थापना की. गुजरात उस सांस्कृतिक महायज्ञ का साक्षी बना था. आज आजादी के अमृत महोत्सव में हम वैसा ही नया भारत बनाने का संकल्प ले रहे हैं. उसमें स्टेचू ऑफ यूनिटी देश के लिए बड़ी प्रेरणा है. स्टेचू ऑफ यूनिटी की प्रतिकृति के रूप में कनाडा के सनातन मंदिर कल्चरल सेंटर में सरदार साहब की प्रतिमा स्थापित की जाएगी.

उन्होंने आगे कहा कि आज जब हम 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान को आगे बढ़ाते हैं, तो विश्व के लिए प्रगति की नई संभावनाएं खोलने की बात करते हैं. आज जब हम योग के प्रसार के लिए प्रयास करते हैं, तो विश्व के हर व्यक्ति के लिए 'सर्वे संतु निरामया' की कामना करते हैं.