भारत में आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार, इन पांच देशों में होते हैं सबसे ज्यादा हमले: अमेरिकी रिपोर्ट
अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत सरकार के आतंकरोधी कदमों की तारीफ की वहीं पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा कहा है कि पड़ोसी की तरफ से लगातार भारत पर हमले किए जा रहे हैं।
नई दिल्ली:
अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत सरकार के आतंकरोधी अभियानों की तारीफ की है वहीं पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा कहा है कि पड़ोसी की तरफ से लगातार भारत पर हमले किए जा रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के नेतृत्व वाली अमेरिकी विदेश विभाग ने अपनी सालाना रिपोर्ट 'कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म' में घरेलू स्तर पर आतंकरोधी अभियानों के लिए भारत के प्रयासों की प्रशंसा की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका आतंकी हमलों को रोकने में समान विचारधारा वाले देश के साथ मिलकर आतंकवाद फैलाने वाले षड़यंत्रकारियों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए संकल्पित है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि भारत लगातार आतंकी हमले झेल रहा। यह हमले पाकिस्तानी आतंकी संगठनों और आदिवासी और माओवादियों की तरफ से भी हो रहा है। भारतीय अधिकारियों के मुताबिक सीमाई राज्य जम्मू-कश्मीर में होने वाले हमले के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है।
पाकिस्तान को अमेरिका की नसीहत: रिपोर्ट
वहीं आतंकवाद को लेकर अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्तान को नसीहत दी है और कहा है कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन लगातार क्षेत्रीय खतरा पैदा कर रहे हैं लेकिन पाकिस्तान ने साल 2017 के रिपोट् में भी अमेरिकी की चिंताओं पर जरूरत के मुताबिक ध्यान नहीं दिया।
बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान हक्कानी नेटवर्क, अफगान तालिबान, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को अलग-थलग करने की कार्रवाई पूरी तरह नहीं कर रहा जो उसकी जमीन से का इस्तेमाल कर रहा है।
आतंकवाद की फंडिंग की जानकारी जुटाने में पाकिस्तान नाकाम: रिपोर्ट
ट्रंप प्रशासन के दौरे पर आतंकवाद को लेकर यह ऐसी दूसरी रिपोर्ट है जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान आतंकवादियों को मिलने वाली आर्थिक मदद की जांच करने में पूरी तरह नाकाम रहा है जबकि फाइनेंशियल टास्क फोर्स की ग्रे लिस्ट में उसे शामिल किया जा चुका है। ऐसे में पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद की फंडिंग को लेकर जो जांच का पैमाना है उसे भी पूरी नहीं किया।
हाफिज सईद की रिहाई पाकिस्तान सरकार की नाकामी: रिपोर्ट
यह रिपोर्ट लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और 2008 मुबंई हमले के मास्टरमाइंड हाजिफ सईद की रिहाई को लेकर अमेरिका की नाखुशी को भी दिखाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उस सिर्फ इसलिए रिहाई मिल गई क्योंकि पाकिस्तान सरकार उसके अपराधों के खिलाफ पर्याप्त सबूत इकट्ठा नहीं कर पाई।
अमेरिकी विदेश विभाग ने साल 2017 के लिए आतंकवाद पर वार्षिक कंट्री रिपोर्ट में कहा है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अल-कायदा कमजोर पड़ा है लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप में इसका क्षेत्रीय संगठन अल-कायदा अपनी गतिविधि में लगा हुआ है। इससे इस पूरे क्षेत्र में खतरा बना हुआ है।
पूरी दुनिया में आतकंवाद की घटनाओं में 23 फीसदी की कमी: रिपोर्ट
हालांकि इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि साल 2017 में पूरी दुनिया में आतंकवाद की घटनाओं में करीब 23 फीसदी की कमी आई है और ऐसी घटनाओं में मरने वालों की संख्या में भी 27 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरे विश्व में आतंक की जितनी घटनाएं हुई है उसमें करीब 59 फीसदी सिर्फ 5 देशों भारत, इराक, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और फिलिपिंस में हुई है। आतंकवाद की घटनाओं में जितनी मौते हुई हैं उसमें 70 फीसदी सिर्फ अफगानिस्तान, इराक, नाइजिरिया, सोमालिया और सीरिया में हुई है।
हालांकि रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि भारत में होने वाली आतंकी घटनाओं में भी 8 फीसदी तक की कमी आई है।
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