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मुस्लिम परिवार ने रामायण मंदिर के लिए दान की ढाई करोड़ की जमीन

इस वक्त समाज का सांप्रदायिक ताना-बाना छिन्न-भिन्न होता नजर आ रहा है. मंदिर-मस्जिद और खाने-पीने के नाम पर लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं, ऐसे में एक मुस्लिम परिवार ने ढाई करोड़ की जमीन मंदिर के लिए दान देकर सौहार्द की मिसाल पेश की है.

Updated on: 22 Mar 2022, 03:32 PM

highlights

  • पूर्वी चंपारण में बनाया जा रहा है में सबसे ऊंचा विराट रामायण मंदिर
  • मंदिर निर्माण के लिए मुस्लिम परिवार की जमीन की थी सख्त जरूरत
  • इलाके के जमींदार इश्तियाक खान ने मुफ्त में दे दी अपनी जमान

पटना:

मौजूदा वक्त में जब समाज का सांप्रदायिक ताना-बाना छिन्न-भिन्न होता नजर आ रहा है. मंदिर-मस्जिद और खाने-पीने के नाम पर लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं, ऐसे में एक मुस्लिम परिवार ने अपनी ढाई करोड़ की जमीन रामायण मंदिर के लिए दान (Muslim Family Donates land worth 2.5 crores for ramayana temple bihar ) देकर सामाजिक सौहार्द की मिसाल पेश की है. ये वाकया बिहार (Bihar) के पूर्वी चंपारण (East Chhamparan) जिले का है. यहां एक मुस्लिम परिवार (Muslim family) ने सामाजिक सौहार्द और उदारता की मिसाल पेश करते हुए अपनी करोड़ों की जमीन भगवान राम के नाम कर दी है. गौरतलब है कि पूर्वी चंपारण जिला के कैथवलिया में दुनिया का सबसे ऊंचा विराट रामायण मंदिर बनवाया जा रहा है.

 सबसे ऊंचा विराट रामायण मंदिर बनाने की है योजना
दरअसल, पूर्वी चंपारण जिला के कैथवलिया में दुनिया का सबसे ऊंचा विराट रामायण मंदिर बनवाया जा रहा है. इस मंदिर के निर्माण के लिए कई मुस्लिम परिवारों ने सरकारी दर से सस्ते दर पर अपनी जमीन मंदिर को बेची थी. लेकिन ये जमीन पर्याप्त नहीं थी. इश्तियाक अहमद खान की जमीन मंदिर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण थी. अगर उनकी जमीन नहीं मिलती तो नक्शे के अनुसार मंदिर का निर्माण होना असंभव था. इसके बाद भी इन्होंने अपनी जमीन के बदले मोटी रकम वसूलने के बजाए मंदिर के लिए जमीन दान में दे दी है. उनके इस फैसले की लोग जमकर सराहना कर रहे हैं.



दानदाता इश्तियाक की मंदिर ट्रस्ट ने की तारीफ
महावीर मंदिर के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि पूर्वी चंपारण जिला के कैथवलिया में बनाए जा रहे दुनिया के सबसे ऊंचा विराट रामायण मंदिर बनाने के कार्य में सहयोग करते हुए इश्तियाक अहमद खान ने ढाई करोड़ से अधिक की जमीन दान में दी है. दरअसल, मंदिर ट्रस्ट ने इश्तियाक अहमद खान को बताया कि यहां पर दुनिया का सबसे विराट रामायण मंदिर बनाने के लिए उनकी जमीन की आवश्यकता है. इसके बाद उन्होंने अपने परिवार से मशविरा करने के बाद पिछले सप्ताह बुधवार को पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया निबंधन कार्यालय में अपनी 23 कट्ठा (71 डिसमिल) जमीन विराट रामायण मंदिर के नाम कर दी. उन्होंने जो जमीन मंदिर के लुिए दान में दी है, उसकी सरकारी दर के मुताबिक उसकी कीमत ढाई करोड़ रुपए है. सोमवार को महावीर मंदिर प्रांगण में इश्तियाक अहमद खान और महावीर मंदिर के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने संयुक्त रूप से यह जानकारी दी.