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पाकिस्तानी नेता ने PM नरेंद्र मोदी से मांगी शरण और आर्थिक मदद, कही ये बात

पाकिस्तान के मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) के संस्थापक अल्ताफ हुसैन भारत में राजनीतिक शरण लेना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से गुहार लगाई है.

Updated on: 17 Nov 2019, 05:32 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान (Pakistan) के मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) के संस्थापक अल्ताफ हुसैन भारत में राजनीतिक शरण लेना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से गुहार लगाई है. एमक्यूएम के प्रमुख अल्ताफ हुसैन ने कहा कि पीएम मोदी उनकी मदद करें, वो उन्हें और पाकिस्तान से निर्वासित नेताओं को राजनीतिक शरण दें. अगर वो ऐसा करने में असमर्थ हैं तो उनकी आर्थिक मदद करें.

अल्ताफ हुसैन इन दिनों लंदन में हैं और राज्य विरोधी भाषणों की वजह से घिरे हुए हैं. मेट्रोपोलिटन पुलिस ने उनकी जमानत शर्तों पर ढील दे दी है. अगले साल जून में अल्ताफ हुसैन के केस का ट्रायल शुरू होगा. अल्ताफ का पासपोर्ट यूके पुलिस के पास है. जब तक कोर्ट अनुमति नहीं देता तब तक उन्हें किसी भी यात्रा दस्तावेज के लिए आवेदन करने का परमिशन नहीं है.

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बता दें कि अल्ताफ हुसैन ने हाल ही में अपने भाषण में कहा था कि वो भारत जाना चाहते हैं क्योंकि उनके दादा वहीं दफन हैं. उन्होंने कहा था कि मेरे दादा को वहीं दफनाया गया है, मेरे हजारों रिश्तेदारों को भारत में ही दफनाया गया है. मैं उनकी कब्र पर जाना चाहता हूं.

अल्ताफ पर आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाया गया है. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2016 में उन्होंने ब्रिटेन से पाकिस्तान में रह रहे अपने समर्थकों को एक भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके बाद इस साल 10 अक्टूबर को ब्रिटेन की क्राउन प्रोसिक्यूशन सर्विस ने हुसैन पर आतंकवाद से जुड़ा मामला दर्ज किया था.

एमक्यूएम के संस्थापक ने कहा कि यदि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुझे इजाजत दें, तो मैं अपने साथियों के साथ भारत आने के लिए तैयार हूं क्योंकि मेरे दादा-दादी की कब्रें वहीं हैं. मेरे हजारों रिश्तेदारों की कब्रें वहीं हैं. मैं भारत जाकर उनकी कब्रों को देखना चाहता हूं.

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मोदी को संबोधित करते हुए हुसैन ने आरोप लगाया कि 22 अगस्त 2017 के बाद कराची में उनकी संपत्ति, घर और कार्यालय को पाकिस्तानी सरकार ने कब्जे में कर लिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री से कहा कि अगर वह उन्हें शरण नहीं दे सकते हैं, तो वे पैसे के साथ उनकी मदद करें.सितंबर में हुसैन का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया था, जिसमें वह भारतीय देशभक्ति गीत 'सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा' गा रहे थे.