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भारत-चीन के बीच हुई कोर कमांडर लेवल की मीटिंग, इन मुद्दों पर बनी सहमति, LAC पर होगी सैनिकों की वापसी

Indo China Corps Commander Level Meeting: दोनों देशों के कोर कमांडर स्तर की इस बैठक में पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सैनिकों की वापसी से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की गई. इस बैठक के दौरान भारत ने देपसांग और डेमचोक समेत अन्य टकराव वाले बिंदुओं से सैनिकों

Updated on: 15 Aug 2023, 10:48 PM

highlights

  • भारत-चीन के बीच हुई कोर कमांडर स्तर की बैठक
  • एलएसी पर सैनिकों की वापसी पर बनी सहमति
  • जून 2020 से दोनों देशों के बीच जारी है तनाव

New Delhi:

Indo China Corps Commander Level Meeting: लद्दाख में मौजूद वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव के बीच मंगलवार को भारत और चीन के बीच 19वें दौर की कोर कमांडर स्तर की बैठक हुई. जिसमें कई मुद्दों पर सहमति बन गई. इस बैठक का आयोजन 13-14 अगस्त को भारतीय सीमा पर चुशुल-मोल्डो मीटिंग पॉइंट पर आयोजित किया गया. इस बैठक जिन मुद्दों पर सहमति बनी उनके बारे में विदेश मंत्रालय ने जानकारी साझा की. चीन के साथ हुई इस सैन्य बातचीत पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि, भारत-चीन दोनों पक्षों के बीच पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी (LAC) पर बाकी मुद्दों के समाधान पर सकारात्मक, रचनात्मक और गहन चर्चा हुई. विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष इन मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने और लगातार बातचीत करने पर सहमत हो गए हैं.

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LAC पर सैनिकों की वापसी के मुद्दे पर बनी सहमति

दोनों देशों के कोर कमांडर स्तर की इस बैठक में पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सैनिकों की वापसी से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की गई. इस बैठक के दौरान भारत ने देपसांग और डेमचोक समेत अन्य टकराव वाले बिंदुओं से सैनिकों की जल्द से जल्द वापसी का चीन पर दबाव डाला.  इसके साथ ही बैठक में क्षेत्र में तनाव को कम करने पर भी चर्चा हुई.

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ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले दोनों देशों के बीच बैठक

गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच यह सैन्य बातचीत दक्षिण अफ्रीका में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से एक हफ्ते पहले हुई हैं. इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल होंगे. जहां दोनों देशों के नेताओं के बीच बातचीत भी हो सकती है. बता दें कि इससे पहले 18वें दौर की बातचीत इसी साल 23 अप्रैल को हुई थी. जिसमें भारत ने देपसांग और डेमचोक से चीनी सेना को हटाने पर जोर दिया था. इस बैठक के दौरान दोनों देशों ने पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर प्रासंगिक मुद्दों के समाधान पर स्पष्ट और गहन चर्चा की, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाल हो सके और द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति आए. राज्य के नेताओं की तरफ से दिए गए मार्गदर्शन के अनुरूप और मार्च 2023 में दोनों विदेश मंत्रियों के बीच बैठक में इस बारे में खुलकर बातचीत हुई.