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Independence Day: दिल्ली में 2000 जिंदा कारतूस बरामद, कोलकाता में दिखे ड्रोन, अलर्ट पर भारत

पूर्वी रेंज के एसीपी विक्रमजीत सिंह ने बताया कि इस खेप (कारतूस के दो बैग) की आपूर्ति लखनऊ में की जानी थी. समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, "प्रथम दृष्टया यह आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा प्रतीत होता है.

Updated on: 12 Aug 2022, 04:49 PM

दिल्ली:

दिल्ली (Delhi) में 75वें स्वतंत्रता दिवस (75 independence day) से पहले 2000 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. दिल्ली पुलिस (Delhi police) ने गोला-बारूद की तस्करी में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ किया और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया. इस मामले में छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है. इनपुट्स के मुताबिक, पूर्वी दिल्ली पुलिस ने सप्लायर्स को आनंद विहार (Anand vihar) इलाके से दो बैग के साथ गिरफ्तार किया. पूर्वी रेंज के एसीपी विक्रमजीत सिंह ने बताया कि इस खेप (कारतूस के दो बैग) की आपूर्ति लखनऊ में की जानी थी. समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, "प्रथम दृष्टया यह आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा प्रतीत होता है. आतंकी एंगल से इनकार नहीं किया जा सकता है." उन्होंने कहा, खेप ले जा रहे दो व्यक्तियों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस बीच कोलकाता में स्वतंत्रता दिवस से पहले विक्टोरिया मेमोरियल पर ड्रोन उड़ाने के आरोप में दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया.

दिल्ली पुलिस के अनुसार, मेरठ जेल में बंद अनिल के रूप में पहचाना गया एक गैंगस्टर ऑपरेशन में शामिल था. अनिल ने जौनपुर निवासी सद्दाम के लिए उत्तराखंड के देहरादून में एक बंदूक घर से कारतूस की व्यवस्था की. गन हाउस का मालिक अब तक गिरफ्तार किए गए छह लोगों में से एक है. हालांकि पुलिस को एक आपराधिक नेटवर्क की संलिप्तता का संदेह है. दिल्ली पुलिस के अनुसार, मेरठ जेल में बंद अनिल के रूप में पहचाना गया एक गैंगस्टर ऑपरेशन में शामिल था. अनिल ने जौनपुर निवासी सद्दाम के लिए उत्तराखंड के देहरादून में एक बंदूक घर से कारतूस की व्यवस्था की. गन हाउस का मालिक अब तक गिरफ्तार किए गए छह लोगों में से एक है. 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली पुलिस के सुरक्षा विंग और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के अलावा उत्तरी दिल्ली में लाल किले के पास 5,000 अर्ध-सैन्य और पुलिस कर्मियों वाले 70 से 75 बलों को तैनात किया गया था.

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इस बीच, कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल पर ड्रोन उड़ाने के आरोप में दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया। स्मारक पर तैनात सीआईएसएफ अधिकारियों से शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की. आरोपियों की पहचान बांग्लादेश के राजशाही जिले के निवासी मोहम्मद शिफत और मोहम्मद जिल्लुर रहमान के रूप में हुई है. दोनों विक्टोरिया मेमोरियल हॉल की पहली मंजिल की बालकनी के उत्तरी हिस्से से कैमरों से लैस ड्रोन उड़ाते हुए पाए गए और स्मारक और उसके आसपास की तस्वीरें ले रहे थे.