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गांधी परिवार की फिर मनमानी, कृष्णनन को RS भेजने पर अब केरल में रार

कृष्णनन न सिर्फ तेलंगाना के प्रभारी हैं, बल्कि रॉबर्ट वाड्रा के कंपनियों के बोर्ड ऑप डायरेक्टर्स में भी एक हैं. इससे नाराज केरल कांग्रेस के दिग्गज नेता के मुरलीधरण ने तो सोनिया गांधी को पत्र तक लिख दिया है.

Updated on: 17 Mar 2022, 01:12 PM

highlights

  • केरल से एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए कृष्णनन का चयन
  • प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष समेत कई नेता कर रहे इसका विरोध
  • प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा के बेहद करीबी माने जाते हैं कृष्णनन

नई दिल्ली:

ऐसा लगता है कि गांधी परिवार (Gandhi Family) रूपी कांग्रेस आलाकमान पराजय दर पराजय और बढ़ती आंतरिक कलह के बावजूद कोई सबक सीखने को तैयार नहीं है. पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद राज्य सभा में उससे नेता प्रतिपक्ष का पद छिनने का खतरा बढ़ गया है. इसके बावजूद कांग्रेस (Congress) ने केरल से एक मात्र राज्यसभा सीट पार्टी सचिव श्रीनिवासन कृष्णनन को देने का फैसला कर बर्र के छत्ते में हाथ दे दिया है. आलाकमान के इस फैसले से बेहद खफा राज्य कांग्रेस में बवाल मच गया है. प्रदेश अध्यक्ष के सुधारकरण ने पार्टी नेतृत्व से इस फैसले को स्वीकार नहीं करने की बात कही है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि कृष्णनन प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) और रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) के करीबी हैं, इसलिए आलाकमान ने राज्य पार्टी के प्रस्ताव को ठुकरा कर परिवारवाद को बढ़ावा दिया. 

प्रदेश अध्यक्ष ने सुझाया था एम लिजू का नाम
जाहिर है कि बुरी तरह आंतरिक कलह से जूझ रही कांग्रेस के लिए केरल की उठा-पटक 2024 लोकसभा चुनाव के लिहाज से बहुत भारी पड़ेगी. प्रदेश अध्यक्ष के सुधाकरण राज्य सभा के लिए किसी युवा नेता का समर्थन कर रहे हैं. इस क्रम में उन्होंने एम लिजू का नाम भी सुझाया था, जो फिलहाल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष है. इसके साथ ही वह अलपुझा जिले के जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं. यह अलग बात है कि कृष्णनन की दावेदारी से बगावत के सुर फूट चुके हैं. के सुधाकरण की राय से कई सूबाई नेता भी इत्तेफाक रखते हैं. 

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वाड्रा की कंपनियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में से एक
राज्य कांग्रेस ने युवा नेता को राज्य सभा में नहीं भेजे जाने की स्थिति में किसी महिला कांग्रेस नेता को भी उच्च सदन भेजने का प्रस्ताव रखा था. इसकी एक बड़ी वजह यही कि बीते पांच दशकों में कोई महिला नेता राज्यसभा में नहीं रही है. इस प्रस्ताव को आलाकमान ने कोई कान नहीं दिए. अब कृष्णनन का नाम आगे कर गांधी परिवार ने तमाम नेताओं को नाराज कर दिया है. बताते हैं कि कृष्णनन न सिर्फ तेलंगाना के प्रभारी हैं, बल्कि रॉबर्ट वाड्रा के कंपनियों के बोर्ड ऑप डायरेक्टर्स में भी एक हैं. इससे नाराज केरल कांग्रेस के दिग्गज नेता के मुरलीधरण ने तो सोनिया गांधी को पत्र तक लिख दिया है. उन्होंने तर्क दिया है कि विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव हार चुके नेता को राज्य सभा में नहीं भेजना चाहिए.