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दिल्ली हिंसा में मारे गए अंकित शर्मा के परिवार ने छोड़ा शहर, उत्तर प्रदेश में ली शरण

बता दें, अंकित शर्मा की हत्या के मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर दी गई है. सीएए के खिलाफ भड़की हिंसा में अंकित शर्मा मर्डर केस दिल्‍ली दंगों से जुड़ा एक अहम केस है, जिसे लेकर खासा विवाद हुआ था

Updated on: 04 Jun 2020, 02:29 PM

नई दिल्ली:

नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) के खिलाफ भड़की हिंसा में मारे गए इंटेलिजेंस ब्‍यूरो कर्मी अंकित शर्मा (Ankit Sharma) के परिवलार ने अब दिल्ली छोड़ दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबित अंकित शर्मा के परिवार ने दिल्ली छोड़कर अब उत्तर प्रदेश में एक रिश्तेदार के यहां रह रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अपने बेटे को खोने के बाज मां के दर्द को और ठीक तरह से सुरक्षा न मिल पाने के कारण अंकित के परिवार ने ये कदम उठाया. अंकित शर्मा के परिवार ने बताया कि अंकित की मौत के बाद उनकी मां के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं वहीं कोरोना संकट में खजूरी थास थाने के पुलिस वाले पॉजिटिव निकलने लगए तो परिवार को सुरक्षा लेने से भी डर लग रहा है. इसी के चलते परिवार ने दिल्ली छोड़ यूपी जानें का फैसला किया.

बता दें, अंकित शर्मा की हत्या के मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर दी गई है. सीएए के खिलाफ भड़की हिंसा में अंकित शर्मा मर्डर केस दिल्‍ली दंगों से जुड़ा एक अहम केस है, जिसे लेकर खासा विवाद हुआ था. अपनी चार्जशीट में क्राइम ब्रांच ने कहा है कि शर्मा की खजूरी खास इलाके में 51 बार चाकुओं से गोदकर बर्बरता से हत्‍या की गई. चार्जशीट बताती है कि अंकित की हत्‍या बेहद सोची-समझी साजिश का नतीजा है. दिल्‍ली पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक अंकित शर्मा की हत्‍या का मामला 25 फरवरी की शाम को दर्ज हुआ. खजूरी खास इलाके में ताहिर हुसैन के घर के बाहर वारदात हुई. शर्मा की हत्‍या के बाद भीड़ ने एक नाले में लाश फेंक दी. पुलिस का दावा है कि उनके पास प्रूफ है कि कुछ लोग लाश नाले में फेंक रहे हैं. डॉक्‍टर्स ने पाया कि तेज धार वाले हथियार से 51 वार के निशान हैं. चार्जशीट में दिल्‍ली दंगों और अंकित शर्मा की हत्या के पीछे ताहिर हुसैन का हाथ बताया गया है.

25 फरवरी को ताहिर हुसैन के घर के पास हुई थी अंकित की हत्‍या

अंकित शर्मा की हत्‍या खजूरी खास में ताहिर हुसैन के घर के पास हुई थी. भीड़ ने शर्मा की बेरहमी से हत्‍या के बाद शव को नाले में फेंक दिया था. शर्मा के लापता होने के एक दिन बाद 27 फरवरी को उनका शव उत्तर-पूर्वी दिल्ली के चांदबाग में उनके घर के नजदीक एक नाले से मिला था. पोस्‍टमॉर्टम में अंकित के जिस्‍म पर तेज धार वाले हथियार के 51 निशान मिले थे. इसके अलावा हुसैन के खिलाफ दिल्‍ली दंगों से जुड़े एक मामले में भी शिकंजा कस गया है. मंगलवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में पुलिस ने कहा कि ताहिर ने दंगे के दौरान अपनी लाइसेंसी पिस्टल का इस्तेमाल किया था. ताहिर पर आरोप है कि जनवरी के दूसरे हफ्ते में 1.1 करोड़ रुपये शेल कंपनियों में ट्रांसफर करवाए फिर बाद में उन पैसों को कैश में ले लिया. यह दंगों में तीसरी चार्जशीट है. पुलिस का दावा है कि खजूरी खास इलाके में रहने वाले ताहिर नॉर्थ ईस्ट दंगों के मास्टरमाइंड में से एक है.