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Andaman: पीएम मोदी ने वीर सावरकर इंटरनेशल एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का किया उद्घाटन, खूबियां जान रह जाएंगे दंग

Veer Savarkar International Airport: अंडमान निकोबार के पोर्ट ब्लेयर में स्थित वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का आज पीएम मोदी ने उद्घायल किया. ये एयरपोर्ट देश के अन्य एयरपोर्ट की तुलना में काफी अलग है.

Updated on: 18 Jul 2023, 01:19 PM

highlights

  • वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मिला नया टर्मिनल
  • 710 करोड़ रुपये आया है नए टर्मिनल भवन को बनाने का खर्च
  • हर साल 50 लाख लोगों को सेवाएं देगा ये एयरपोर्ट

 

New Delhi:

Veer Savarkar International Airport: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अंडमान निकोबार के पोर्ट ब्लेयर में स्थित वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया. पीएम मोदी इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए है. ऐसा माना जा रहा है कि नए टर्मिनल के बनने से अंडमान की कनेक्टिविटी को गति मिलेगी. इस एयरपोर्ट से दिल्ली, चेन्नई, विशाखापट्टनम के लिए कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी. जिससे अंडमान का आर्थिक विकास तेजी से होगा. बता दें कि इस टर्मिनल भवन को बनाने में 710 करोड़ रुपये का खर्चा आया है. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उद्घाटन समारोह के दौरान मौजूद रहे. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अंडमान के द्वीपों का नाम बदलकर उसे गुलामी की निशानियों से मुक्त कराया.

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ये हैं वीर सावरकर एयरपोर्ट की खासियतें

पोर्ट ब्लेयर के वीर सावरकर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के शुरु होने से अब रोजाना 11 हजार से ज्यादा लोग उड़ान भर सकेंगे. जिसकी क्षमता अब तक सिर्फ 4000 थी. इसके साथ ही एयरपोर्ट पर अब एक साथ 10 विमानों के खड़े हो सकेंगे. साथ ही नए विमानों के आने का भी रास्ता साफ हो गया है.

इस एयरपोर्ट का नया टर्मिनल भवन करीब 40,800 वर्ग मीटर में फैला है. जानकारी के मुताबिक, यह टर्मिनल भवन हर साल करीब 50 लाख यात्रियों को सेवा देने में सक्षम है. इसके साथ ही पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट पर 80 करोड़ रुपये की लागत से दो बोइंग-767-400 और दो एयरबस-321 प्रकार के विमानों के लिए उपयुक्त एक एप्रन भी बनाया गया है.

एक सरकारी बयान में कहा गया है कि इस एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का वास्तुशिल्प डिजाइन प्रकृति से प्रेरित है. जो समुद्र और द्वीपों को दर्शाते हुए एक शंख के आकार की संरचना जैसा नजर आता है. ये एयरपोर्ट 500 किलोवाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र से संचालित होगा.

इसके अलावा इस टर्मिनल भवन में छत पर लगे रोशनदानों के 12 घंटे तक 100 फीसदी प्राकृतिक रोशनी मिलेगी. इसके साथ ही हवाई यातायात को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय पर्यटन भी तेजी से बढ़ेगा. नए टर्मिनल इमारत में 28 चेक-इन काउंटर और तीन यात्री बोर्डिंग ब्रिज बनाए गए हैंजो चार कन्वेयर बेल्ट से सुसज्जित है.

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इस एयरपोर्ट का डिजाइन शंख से प्रेरित जो जो द्वीप की पहचान दर्शाता है. ऊर्जा की बचत और इमारत की अंदरूनी गर्मी को कम करने के लिए डबल इंसुलेटेड रूप सिस्टम लगाया गया है.