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अमरनाथ यात्रा: बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहला जत्था रवाना, चप्पे-चप्पे पर तैनात 40 हजार जवान

बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकेल यात्री शाम तक श्रीनगर पहुंचेंगे और सोमवार को बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे. यात्रियों की सुरक्षा के लिए चप्पे चप्पे पर नजर रखी जा रही है

Updated on: 30 Jun 2019, 09:21 AM

नई दिल्ली:

अमरनाथ के लिए यात्रियों का पहला जत्था रविवार सुबह रवाना हो गया है. यात्रियों का ये जत्था बम भोले के नारों के साथ जम्मू के पहलगाम बेस कैंप से रवाना हुआ. जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सलाहकार केके शर्मा झंडा दिखाकर यात्रियों को रवाना किया. इस दौरान यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी कड़े इंतजाम किए गए है. खबरों के मुताबिक इस पहले जत्थे में करीब 1183 श्रद्धालु अमरनाथ की यात्रा के लिए रवाना हुए हैं.

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जानकाकारी के मुताबिक बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकेल यात्री शाम तक श्रीनगर पहुंचेंगे और सोमवार को बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे. यात्रियों की सुरक्षा के लिए चप्पे चप्पे पर नजर रखी जा रही है. इसके लिए 40 हजार जवानों को तैनात किया गया है.

ये यात्रा 46 दिन चलती है जो इस साल 30 जून से शुरू हो गई है और 15 अगस्त तक चलेगी. बताया जा रहा है कि इस यात्रा के लिए इस साल करीब डेढ़ लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. 

बता दें, इस यात्रा पर आतंकी साया भी मंडरा रहा है. ऐसे में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. दरअसल सुरक्षा एजेंसियों को मिली खूफिया जनकारी में बताया गया था कि भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए पाकिस्तानी सेना द्वारा खासतौर पर प्रशिक्षित 34 पाकिस्तानी आतंकियों समेत 290 आतंकी तैयार बैठे हैं. खुफिया जानकारी में आगाह किया गया है कि अमरनाथ यात्रा शुरू होते ही आतंकी सुरक्षा बलों को निशाना बना सकते हैं.

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बताया ये भी गया था कि इन आतंकियों में 130 लश्कर-ए-तैयबा, 103 हिजबुल मुजाहिदीन और 34 जैश-ए-मोहम्मद के हैं. इनके अलावा आईएसआईएस (जम्मू-कश्मीर) के दो और अल बदर के पांच आतंकी शामिल हैं. बताया गया है कि अल कायदा की भारतीय ईकाई अंसार गजवातुल हिंद के तीन आतंकी भी जाकिर मूसा के मारे जाने का बदला लेने की फिराक में हैं. गौरतलब है कि सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में जाकिर मूसा को ढेर कर दिया था. उसके बाद से ही अंसार गजवातुल हिंद बदला लेने पर उतारू है.