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Speech and Language Disorders: क्या होता है वाणी और भाषा विकार, जानें इसके कारण, लक्षण और उपचार

Speech and Language Disorders: वाणी और भाषा विकार ज्यादातर छोटे बच्चों में देखा जाता है, अगर इसका सही समय पर इलाज और थैरेपी नहीं हुई तो यह समस्या उम्र के साथ बढ़ती रहेगी, आइए जाने इसके लक्षण

Updated on: 26 Jan 2024, 04:56 PM

नई दिल्ली:

Speech and Language Disorders: वाणी और भाषा विकार एक समस्या है जिसमें व्यक्ति को बोलने और समझने में समस्या होती है. इसमें व्यक्ति की भाषा के विकार और संवाद क्षमता प्रभावित होती है. यह समस्या किसी भी आयु में हो सकती है और विभिन्न कारणों से हो सकती है, जैसे कि विकासात्मक असामर्थ्य, शिक्षात्मक संशोधन, असामर्थ्य, शारीरिक चोट, गंभीर रोग या आबादी की बाधा. इस समस्या का समाधान विशेषज्ञ भाषा चिकित्सकों और थेरेपिस्ट्स के माध्यम से हो सकता है. ये विकार ज्यादातर बच्चों में देखा जा सकता है, अगर इसका सही समय पर इलाज और थैरेपी नहीं हुई तो यह समस्या उम्र के साथ बढ़ती रहेगी. इसमे बच्चें की भाषा को समझ पाना मुश्किल होता है. आइए जानें वाणी और भाषा विकार के कारण:

विकासात्मक असमर्थता: बच्चों में विकासात्मक असमर्थता एक मुख्य कारण हो सकता है, जो उनकी भाषा और भाषण कौशल में कमी का कारण बन सकता है.

जन्मांतर विकार: कुछ जन्मांतर विकार भी वाणी और भाषा विकार का कारण बन सकते हैं, जैसे कि लालातमेरु की कमजोरी, जीभ की नसबंधीयता या सुनने की कमी.

घातक घटना: किसी घातक घटना, जैसे कि सिरदर्द या मस्तिष्क घातकता, भाषा और भाषण कौशल पर असर डाल सकती है.

सामाजिक परिवेश: कई बार सामाजिक परिवेश के कारण भी वाणी और भाषा विकार हो सकता है, जैसे कि घरेलू शोर या अत्यधिक टेलीविजन देखना.

भाषा विकास में विलम्ब: कुछ बच्चों में भाषा विकास में विलम्ब हो सकता है, जो कि उनके भाषा कौशल को प्रभावित कर सकता है.

आनुवांशिक: कुछ मामूली वाणी और भाषा विकार भी परिवार में आनुवांशिक प्रणाली के कारण हो सकते हैं.

इन अलग-अलग कारणों के कारण वाणी और भाषा विकार हो सकते हैं, और उनके उपचार में विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद ली जानी चाहिए.

वाणी और भाषा विकार लक्षण

बोलने में असमर्थता: व्यक्ति को शब्दों को सही ढंग से बोलने में कठिनाई हो सकती है.

भाषा की समझ में कठिनाई: व्यक्ति को दूसरों की बात समझने में समस्या हो सकती है.

शब्दों की गलत उपयोग: व्यक्ति अच्छे शब्दों का उपयोग नहीं करता है या गलत शब्दों का उपयोग करता है.

वाणी विकार: व्यक्ति की आवाज में विकार हो सकता है, जैसे कि ध्वनि की कमी, दर्द या स्पष्टता की कमी.

व्याकरण समस्या: व्यक्ति को सही व्याकरण का पालन नहीं कर पाने के कारण समस्या हो सकती है.

बातचीत में कठिनाई: व्यक्ति को अच्छे से संवाद करने में कठिनाई हो सकती है और वह बातचीत में हिचकिचाहट महसूस कर सकता है.

अगर किसी व्यक्ति में इन लक्षणों की समस्या हो, तो उन्हें विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए.

वाणी और भाषा विकार उपचार

वाणी-भाषा थेरेपी (शिक्षा का तकनीकी रूप से उपयोग): इसमें व्यक्ति को बोलने और सुनने के दौरान विभिन्न तकनीकों का अभ्यास कराया जाता है, जिससे उनकी भाषा कौशल में सुधार हो.

ऑक्यूपेशनल थेरेपी: इसमें व्यक्ति को उन कार्यों का अभ्यास कराया जाता है जो उन्हें अपनी दैनिक जीवन में सहायक हों, जैसे कि काम करना, बातचीत करना, और संवाद करना.

संवाद-वाणी उत्पादन उपकरण (एसएडी): इसके माध्यम से व्यक्ति को बोलने में सहायता मिलती है, जिससे उनकी भाषा संचार क्षमता में सुधार होता है.

कॉजिटिव-बिहेवियरल थेरेपी: इसके माध्यम से व्यक्ति को उनके भाषा विकार के संबंध में सकारात्मक धारणाओं और व्यवहार का अभ्यास कराया जाता है.

चिकित्सकीय उपचार: कई बार, विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा दवाओं का प्रेस्क्राइब किया जाता है जो भाषा विकार के लक्षणों को सुधार सकती हैं, जैसे कि दावेदार कोटिकोस्टेरॉयड्स (एस्टीएच).

ये विभिन्न उपचार विकार के प्रकार और स्तर पर आधारित होते हैं और व्यक्ति के विशेष जरूरतों और स्थितियों के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं. व्यक्ति को एक प्रशिक्षित चिकित्सक या विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए ताकि उन्हें सही और प्रभावी उपचार मिल सके.