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Hepatitis C: समय से नहीं किया इलाज़ तो जान तक आ सकती है बात, जानें इससे कैसे बचें

Hepatitis C: हेपेटाइटिस सी एक वायरल बीमारी है जो पेट के कीड़ों से होती है. यह बीमारी लीवर को प्रभावित करती है और लंबे समय तक शरीर में रह सकती है. जानिए इसका सही उपचार और बचाव का तरीका क्या है.

Updated on: 12 Mar 2024, 12:40 PM

नई दिल्ली :

Hepatitis C: हेपेटाइटिस सी एक वायरल बीमारी है जो पेट के कीड़े के कारण होती है. यह बीमारी लिवर को प्रभावित करती है और लंबे समय तक शरीर में ठहर सकती है. हेपेटाइटिस सी एक संक्रामक बीमारी है, जो कीड़े के बूटे और इंजेक्शन, रक्त संचार, या अन्य चिकित्सा सामग्री के उपयोग से फैल सकती है. इसके सामान्य लक्षणों में थकान, पेट का दर्द, पेट में बढ़ी हुई जलन, पीलिया, और जी मचलाना शामिल होते हैं. यह बीमारी अक्सर स्थाई लिवर संक्रमण और किडनी रोग की समस्याओं का कारण बन सकती है, जिससे संबंधित व्यक्ति को चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है. हेपेटाइटिस सी एक वायरल संक्रमण है जो आपके लिवर (यकृत) को प्रभावित करता है. यह हेपेटाइटिस सी वायरस (HCV) के कारण होता है. संक्रमण के शुरुआती चरणों में, आमतौर पर कोई लक्षण नहीं होते हैं. हालांकि, कुछ लोगों को थकान, मतली, उल्टी, पेट दर्द या भूख कम लगना जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है. 

समस्या यह है कि ज्यादातर मामलों में हेपेटाइटिस सी का पता नहीं चलता है और यह क्रॉनिक (दीर्घकालिक) संक्रमण में बदल सकता है. इससे कई वर्षों में गंभीर लिवर (यकृत) की समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें सिरोसिस (यकृत का सख्त और सिकुड़ा होना) और लिवर कैंसर शामिल हैं.

हेपेटाइटिस सी कैसे फैलता है?

हेपेटाइटिस सी संक्रमित व्यक्ति के रक्त के संपर्क में आने से फैलता है. यह आमतौर पर असुरक्षित यौन संबंध, दूषित सुइयों या दवाओं के उपयोग, या दूषित टैटू उपकरणों के इस्तेमाल से फैल सकता है. यह रोग भोजन या पानी के माध्यम से या आकस्मिक संपर्क, जैसे कि गले लगना या हाथ मिलाना आदि से नहीं फैलता है.

हेपेटाइटिस सी का परीक्षण और उपचार

हेपेटाइटिस सी के लिए एक सरल रक्त परीक्षण उपलब्ध है. यदि परीक्षण का परिणाम पॉजिटिव आता है, तो यह पता लगाने के लिए अतिरिक्त परीक्षण किए जा सकते हैं कि आपके लिवर (यकृत) को कितना नुकसान हुआ है. हेपेटाइटिस सी का इलाज अब बहुत प्रभावी है. आमतौर पर दवाओं का एक कोर्स लिया जाता है जो वायरस को खत्म कर देता है. हेपेटाइटिस सी से बचाव कैसे करें. सुरक्षित यौन संबंध बनाएं. दूसरों की सुइयों या दवाओं का इस्तेमाल न करें. टैटू या बॉडी पियर्सिंग करवाते समय बाँझ (sterilized) उपकरणों का ही इस्तेमाल किया जाना सुनिश्चित करें. अगर आपको हेपेटाइटिस सी या उसके लक्षणों के बारे में कोई सवाल है, तो कृपया डॉक्टर से ज़रूर बात करें.

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