Schizophrenia: सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित लोग क्या वास्तविक जीवन से रहते हैं दूर, जानें इसके लक्षण
Schizophrenia: सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति को वास्तविक दुनिया का सही अनुभव करने में कठिनाई होती है, आइए जानें क्या हैं इसके लक्षण
नई दिल्ली:
Schizophrenia: सिज़ोफ्रेनिया एक मानसिक रोग है जिसमें व्यक्ति की विचारशक्ति, भावनाएं, और व्यवहार में गंभीर दुर्बलता होती हैं. इस रोग में व्यक्ति को वास्तविकता का सही अनुभव करने में कठिनाई होती है और उनका विचार और अनुभव वास्तविकता से मेल नहीं खाता है. यह रोग अक्सर आत्महत्या की भावना या विचारों में अस्तित्व की कमी के साथ जुड़ा होता है. सिज़ोफ्रेनिया के लक्षणों में असमर्थता, विचारशक्ति की हानि, आत्म-मनोबल कमी, और सामाजिक असमर्थता शामिल हो सकती हैं. इसका कारण व्यक्ति के जीवन पर असर डाल सकता है और सही समर्थन और इलाज की आवश्यकता होती है. सिज़ोफ्रेनिया पर कई फिल्में बन चुकी हैं, इनमें बॉलीवुड में संजय दत्त की राजकुमार हिरानी निर्देशित लगे रहो मुन्ना भाई है, इसमे हीरो को गांधी जी दिखाई देते हैं. हॉलीवुड में इस मानसिक रोग पर कई फिल्में बनी हैं इनमे सबसे चर्चित शटर आइलैंड, अ ब्यूटीफूल माइंड और पल्प फिक्शन हैं. 2017 में किए शोध के अनुसार, दुनिया में करीब 2 करोड़ 40 लाख लोग सिज़ोफ्रेनिया से प्रभावित है, यानि हर देश में 300 में से एक व्यक्ति इस मानसिक रोग से पीड़ित हैं. आइए जानें सिज़ोफ्रेनिया के क्या लक्षण है:
विचारशीलता (दिमागी टेंशन): व्यक्ति को अजीब और बेतुकी विचारों का सामना करना पड़ सकता है, जो उसे बहुतंत्र में डाल सकते हैं.
ध्यान और मनोबल की कमी: व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है, और उसका मनोबल भी गिर सकता है.
असमर्थन (इसोलेशन): व्यक्ति अपने आसपास के समाज से दूर हो सकता है और अकेलापन का अनुभव कर सकता है.
स्वप्न और भूतकालस्मृति में कमी: व्यक्ति को अजीब स्वप्न आ सकते हैं और वह अपने भूतकाल की घटनाओं को सही तरह से याद नहीं कर सकता है.
अपने अनुभवों की गलत ताकत: व्यक्ति कभी-कभी खुद को भ्रांतियों में भी डाल सकता है, जैसे कि अजीब शक्तियों का अहसास करना या खुद को अलग दुनिया में महत्वपूर्ण महान हस्तियों का अवतार मानना.
सिज़ोफ्रेनियाका इलाज:
इस रोग का इलाज उचित निदान और सही दवाओं, परामर्श, और समर्थन के साथ किया जा सकता है. अगर यह समस्या संबंधित व्यक्ति या उनके परिवार के द्वारा पहचानी जाती है, तो उसे पेशेवर मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से सहायता मिल सकती है.
इस रोग के साथ जीने वाले व्यक्तियों के लिए समर्थन और सहायता बहुत महत्वपूर्ण है ताकि वे सामाजिक और नैतिक समर्थन में हों और उन्हें नैतिक और सामाजिक स्थितियों को सही तरह से सामायिक करने में मदद मिल सके.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Love Rashifal 3 May 2024: इन राशियों के लिए आज का दिन रोमांस से रहेगा भरपूर, जानें अपनी राशि का हाल
-
Ganga Dussehra 2024: इस साल गंगा दशहरा पर बन रहा है दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में स्नान करें
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीय के दिन करें ये उपाय, चुम्बक की तरह खिंचा चला आएगा धन!
-
First Hindu Religious Guru: ये हैं पहले हिंदू धर्म गुरु, भारत ही नहीं विश्व भी करता है इन्हें नमन