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Rani Mukerji: रानी मुखर्जी को इंडस्ट्री में पूरे हुए 27 साल, शेयर किए पहली फिल्म के अनकहे किस्से

रानी मुखर्जी ने फिल्म इंडस्ट्री में 27 साल पूरे कर लिए हैं. एक्ट्रेस ने फिल्म 'राजा की आएगी बारात' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इस मौके पर एक्ट्रेस ने अपनी फिल्म के बारे मे खुलकर बात की है.

Updated on: 19 Oct 2023, 11:47 AM

New Delhi:

Rani Mukerji Completes 27 Years In Bollywood: एक्ट्रेस रानी मुखर्जी ने बुधवार को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में 27 साल पूरे कर लिए हैं. एक्ट्रेस ने फिल्म 'राजा की आएगी बारात' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. अपने सफर से एक्साइटेड रानी ने कहा, “27 साल बीत चुके हैं और यह निश्चित रूप से 27 साल जैसा नहीं लगता! इस समय पीछे मुड़कर देखने पर मुझे ऐसा लगता है कि मैंने अभी कुछ साल पहले ही किसी फिल्म में डेब्यू किया है! मैं अब भी उतना ही भूखी हूं जितनी अपनी पहली फिल्म में थी. मेरी पहली फिल्म राजा की आएगी बारात और उस फिल्म में मैंने जो कुछ सीखा, उसके बारे में सोचकर ही ऐसा लगता है कि मैं कभी नहीं भूलूंगी. एक न्यूकमर के रूप में मुझे तब एहसास नहीं हुआ कि वह सिनेमा की जादुई दुनिया थी, जिसमें मैं एंट्री कर रही थी."

उन्होंने आगे कहा, “आज, जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं, तो मुझे यकीन नहीं होता कि अगर मैं एक्ट्रेस नहीं होती, तो क्या होती. मेरे मन में कुछ अन्य पेशे भी थे जिन्हें मैं अपनाना चाहती थी, जैसे इंटीरियर डिजाइनर बनना, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मुझे इस तरह का प्यार मिला होगा जो मुझे दुनिया भर के लोगों से पिछले 27 वर्षों से मिल रहा है, जो मेरे फैंस हैं, जिन्होंने जाहिर तौर पर मेरे काम की तारीफ की है और सालों से मुझे बहुत ताकत और साहस दिया है. मैंने अपने परिवार से परे, व्यवस्थित रूप से एक परिवार बनाया है, जो मुझे लगता है कि मेरे लिए बहुत कीमती है. हमारे फैंस को आम तौर पर इसका एहसास नहीं होता है, लेकिन जब हम अपने प्रति उनके प्यार को देखते हैं तो हमें जो उत्साह मिलता है, वह हमें और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है.''

रानी ने उस दिन को बड़े चाव से याद किया जब 'राजा की आएगी बारात' रिलीज़ हुई थी और कहा, “18 अक्टूबर 1996, जब राजा की आएगी बारात रिलीज हुई, तब मैं और मेरा परिवार बहुत कुछ झेल रहे थे. यह मुझे इस फैक्ट पर भी ले जाता है कि मेरे पिता की उस समय एक बहुत ही महत्वपूर्ण हृदय सर्जरी हो रही थी और मुझे याद है कि वह गेयटी गैलेक्सी में मेरी पहली फिल्म देखने के लिए थिएटर गए थे. वापस आते समय उन्हें छुट्टी मिल गई! मुझे याद है कि जब दर्शकों ने मेरे संवादों पर तालियां और सीटियां बजाईं तो मुझे जो प्यार मिला, उसे देखकर वह खुशी में एक बच्चे की तरह रो पड़े थे! वह याद कुछ ऐसी है जो मुझे कभी नहीं छोड़ेगी! आखिरकार, उनकी बेटी एक फ़िल्म स्टार बन गई, जिसकी उन्होंने मेरे लिए कभी कल्पना भी नहीं की होगी.''

उन्होंने आगे कहा, “जब आप 27 साल पीछे जाते हैं, तो ऐसी चीजें होती हैं जो आपकी आंखों के सामने घूमती रहती हैं और जाहिर तौर पर मैं सलीम के चाचा, अशोक गायकवाड़, शादाब खान, मेरी को-स्टार दिव्या दत्ता, सईद जाफरी, असरानी को धन्यवाद देती हूं. जी, गुलशन ग्रोवर, रज़ा मुराद, मोहनीश बहल और फिल्म के कई लोग. मेरे डीओपी अनवर सिराज, उस समय के कोरियोग्राफर - निमिष भट्ट, रेखा चिन्नी प्रकाश, चिन्नी प्रकाश, जो लोग मुझे उस समय से याद हैं, वे सच में मेरे प्रति दयालु थे और सेट पर ऐसा महसूस हुआ कि यह एक परिवार है.''