लोकसभा चुनाव 2019: टिकट के बंटावारे में बीजेपी अपना रही ये कामयाब Formula
इसमें कोई शक नहीं कि 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में बीजेपी के ऐसे प्रत्याशी जीत गए थे जिनका कोई जनाधार नहीं थी.
नई दिल्ली:
इसमें कोई शक नहीं कि 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में बीजेपी के ऐसे प्रत्याशी जीत गए थे जिनका कोई जनाधार नहीं थी. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह देश की सत्ता पर दूसरी बार अपनी बादशाहत कायम रखने के लिए कई मौजूदा सांसदों का डिब्बा गोल करने की तैयारी में है. बीजेपी गुजरात मॉडल पर आधारित 'नो रिपीट थ्योरी' पर काम कर रही है. इसी 'गुजरात मॉडल' के जरिए बीजेपी पिछले दो दशक से गुजरात की सत्ता पर काबिज है. दिल्ली के नगर निगम चुनाव में इसी फॉर्मूले के जरिए फतह किया था. दिल्ली नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने सभी पार्षदों का टिकट काटकर उनकी जगह नए चेहरे को उतारकर MCD की असंभव जीत को संभव कर दिखाया था.
यह भी पढ़ेंः शादी के कार्ड में BJP को वोट देने की अपील बनी जी का जंजाल, दर्ज हुआ दूल्हे के पिता पर केस
PM नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी पांच साल से देश की सत्ता पर काबिज है. यूपी, गुजरात से लेकर मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बड़ी संख्या में बीजेपी ने जीत हासिल की थी. बीजेपी के मौजूदा सांसदों के खिलाफ सत्ता विरोधी रुझान होना स्वाभाविक है. बीजेपी ने सत्ता विरोधी लहर से पार पाने के लिए बड़ी संख्या में पुराने सांसदों की जगह नए चेहरे के साथ सियासी रणभूमि में उतरने का मन बनाया है.
यह भी पढ़ेंः बीजेपी के बागी नेता शत्रुध्न सिन्हा कांग्रेस में होंगे शामिल, पटना साहिब से हो सकते हैं उम्मीदवार
'नो रिपीट थ्योरी' के तहत उत्तर प्रदेश में करीब आधे से ज्यादा सीटों पर मौजूदा सांसदों के टिकट कट सकता है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यूपी की 80 सीटों में से 71 सीट जीतने में कामयाब रही थी. सूत्रों के अनुसार पार्टी करीब 40 सांसदों का टिकट काटकर नए चेहरे पर दांव लगाने की तैयारी है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी अपने सभी 10 सांसदों का टिकट काटने का फैसला कर चुकी है. पिछले चुनाव में राज्य की 11 सीटों में से 10 जीतने में सफल रही थी.
यह भी पढ़ेंः बीजेपी की पहली लिस्ट आज होगी जारी, इन सांसदों के टिकट कटने तय
बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान में भी पार्टी अपने मौजूदा कई सांसदों की जगह नए चेहरे के साथ आम चुनाव के सियासी संग्राम में उतर सकती है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह लोकसभा के उम्मीदवारों की फेहरिश्त को अंतिम स्वरूप देने में जुटे हैं. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में मुख्यमंत्री रहते तीनों विधानसभा चुनावों के दौरान 'नो रिपीट थ्योरी' अपनाई थी. काम नहीं करने वाले तथा भ्रष्टाचार व अपराधों के आरोपों में घिरे विधायकों को दूसरी बार टिकट नहीं दिया जाता था.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
No Diet Day: मंदिरा बेदी ने झटपट बनने वाली डिशेज को किया रिजेक्ट, लोगों से की फिट रहने की अपील
-
TMKOC : गुरचरण सिंह के लापता होने से बेहद दुखी हैं उनके बुजुर्ग पिता, बोलें- 'हम बहुत परेशान हैं'
-
Kareena Kapoor: क्या अपने सौतेले बेटे इब्राहिम अली से नाराज हैं करीना कपूर खान? बोलीं- तुम्हें कोई हक नहीं..
धर्म-कर्म
-
Bhagwat Geeta Shlok: जीवन बदल देंगे भागवत गीता के ये 10 श्लोक, आज ही अपने बच्चों को सिखाएं
-
Shani Chalisa Lyrics: शनिदेव के भक्त यहां पढ़ें शनि चालीसा और जानें इसके चमत्कारी लाभ
-
South Facing House Vastu: दक्षिण दिशा में है आपका घर, घबराए नहीं, आप भी बन सकते हैं अमीर
-
Mulank 5 Numerology 2024: इस मूलांक के लोगों को मई में मिलने वाली है तरक्की या नई नौकरी