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मायावती बोलीं-बसपा को कमजोर समझ रही थी कांग्रेस, इसलिए नहीं किया गठबंधन

चुनाव की तारीख निकट आते ही राष्ट्रीय पार्टियों के नेताओं का आगमन प्रारंभ हो गया हैं. बसपा की सुप्रीमों आज बालाघाट के वारासिवनी में चुनावी सभा के लिए पहुंची थीं.

Updated on: 20 Nov 2018, 04:22 PM

बालाघाट:

चुनाव की तारीख निकट आते ही राष्ट्रीय पार्टियों के नेताओं का आगमन प्रारंभ हो गया हैं. बसपा सुप्रीमों मायावती आज बालाघाट के वारासिवनी में चुनावी सभा के लिए पहुंची थीं. मायावती ने बालाघाट के वारासिवनी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते कहा कि कांग्रेस ने पहले तो गठबंधन की बातें कही लेकिन बाद में नहीं किया. कम सीटें दी जा रही थी. असल में कांग्रेस द्वारा बसपा जैसे दल का को कमजोर या खत्म करने के प्रयास कर रहे थे. इसलिये हमने यहां पर अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है.

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बसपा नेत्री नियत समय से आधा घंटे विलंब से पहुंची. कार्यकर्ताओं ने हाथी का प्रतीक चिहन भेंट कर उनका स्वागत किया. BJP सरकार पर हमला बोलते हुये कहा कि कांग्रेस की तरह ही बीजेपी भी हैं. देश के विकास के नाम पर लोगों के साथ छल व धोखा किया हैं. यही नहीं राज्यों की सरकारों ने भी ऐसा ही किया इसलिये किसान मजदूर सभी परेशान हैं. मध्यप्रदेश में भी यही स्थिति हैं. 

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मायावती ने चुनाव में मीडिया के सर्वे को लेकर भी टिप्पणी करते हुये कहा कि ऐसे सर्वे से आपको सचेत रहना हैं. इसी तरह से बसपा के प्रत्याशियों के खिलाफ दलित वर्ग के बनाये गये संगठनों के पदाधिकारियों को चुनाव में उतारा गया हैं उन्हें भी वोट देकर अपना मत खराब ना करना.देश में नोटबंदी व जीएसटी को लेकर कहा कि इससे देश में अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई हैं.

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उन्‍होंने कहा कि पेट्रोल व डीजल के दाम में बढ़ोतरी ने सबको परेशान किया हुआ हैं. गलत आर्थिक नीति के चलते गरीबी, बेरोजगारी बढ़ी हैं. मायावती ने कहा कि बसपा ही सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की बातें करते हुये कार्य कर रही हैं. यूपी में बसपा ने ऐसा काम किया हैं. आगे और करना हैं जिसके लिये बसपा की ताकत को राज्य व केंद्र में मजबूत करने होंगे.