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अमेरिकी दूत निकी हेली ने की अमेरिकी मिसाइल हमले के मामले में रूस की कड़ी निंदा

हेली ने सीरिया का समर्थन करने के लिए रूस की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद प्रशासन 'रूस को यह कहकर मूर्ख बना रहा है कि उनके पास कोई रासायनिक हथियार नहीं हैं।'

Updated on: 08 Apr 2017, 05:53 PM

highlights

  • अमेरिकी दूत निकी हेली ने रूस की कड़ी निंदा की
  • अमेरिका ने गुरुवार रात को बेहद सोच समझ कर कदम उठाया

वाशिंगटन:

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी दूत निकी हेली ने सीरिया के हवाईअड्डे पर अमेरिकी मिसाइल हमलों का बचाव किया है। निकी हेली ने सीरियाई नेता को रासायनिक हथियारों का जखीरा इकट्ठा करने को लेकर रूस की कड़ी निंदा की है।

सीरिया के शैरात हवाईअड्डे पर अमेरिकी हमले के बाद हेली ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में एक विशेष सत्र में चेतावनी दी कि सीरिया द्वारा रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के जवाब में अमेरिका 'और भी कुछ करने के लिए तैयार है।'

इस बैठक में अमेरिका और उसके सहयोगी रासायनिक हमले के लिए सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव के लिए दबाव बनाएंगे। माना जा रहा है कि रूस इस प्रस्ताव को वीटो कर देगा।

हेली ने सीरिया का समर्थन करने के लिए रूस की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद प्रशासन 'रूस को यह कहकर मूर्ख बना रहा है कि उनके पास कोई रासायनिक हथियार नहीं हैं।'

हेली ने कहा, 'अमेरिका ने गुरुवार रात को बेहद सोच समझ कर कदम उठाया।'

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उन्होंने कहा, 'हम और भी कार्रवाई के लिए तैयार हैं। लेकिन, हम उम्मीद करते हैं कि इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। सभी सभ्य देशों को सीरिया में हो रही भयानक गतिविधियों को बंद कराना चाहिए और एक राजनीतिक समाधान निकालना चाहिए।'

हेली ने कहा, 'संयुक्त जांच तंत्र को बिना किसी संदेह यह पता चला है कि सीरियाई प्रशासन ने अपनी ही जनता के खिलाफ कई बार रासायनिक हमले किए हैं।'

हेली ने कहा कि रूस रासायनिक हथियारों को हटाने और निर्दोष नागरिकों के खिलाफ असद प्रशासन के अपराधों को रोकने में अक्षम है।

उन्होंने कहा कि रूस जानबूझ कर सीरिया में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल होने दे रहा है।

उन्होंने कहा, 'असद ने सोचा कि वह ऐसा करके बच सकते हैं क्योंकि उन्हें रूस का समर्थन प्राप्त है।'

गुरुवार को किया गया हमला असद प्रशासन के खिलाफ अमेरिका द्वारा की गई पहली प्रत्यक्ष सैन्य र्कारवाई है।

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रूस के संयुक्त राष्ट्र के दूत व्लादिमिर सैफ्रनकोव ने अमेरिकी कार्रवाई की निंदा करते हुए उसे अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन और आवेश में की गई कार्रवाई बताया।

हेली ने कहा, 'कई बार राज्यों को ऐसे कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल को रोकना अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के हित के मद्देनजर जरूरी था।'

हेली ने कहा, 'हमारी नजर में यह कदम पूरी तरह न्यायसंगत है।'

सैफ्रनकोव ने चेतावनी दी कि 'क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्थिरता के लिए इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।'

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संयुक्त राष्ट्र में सीरिया के उप दूत मौंजर ने इस मुद्दे पर कहा कि 'सीरिया सशस्त्र आतंकवादी संगठनों के खिलाफ अपने किसी भी अभियान में ऐसे किसी (रासायनिक) हथियार का इस्तेमाल नहीं करता।'

उन्होंने कहा, 'मैं जोर देकर कहता हूं कि सभी जानते हैं कि सशस्त्र आतंकवादी संगठनों ने सीरिया के कई हिस्सों में उन हथियारों का जखीरा रखा हुआ है और उन्हें तुर्की, सउदी अरब, कतर और कुछ यूरोपीय राज्यों का समर्थन हासिल है।'