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G20 Summit को लेकर पाकिस्तानियों ने अपनी सरकार पर निकाली भड़ास, बोले- ये शर्मिंदगी की बात है

G20 Summit 2023 India : भारत में हुए दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर पाकिस्तानियों ने अपनी ही सरकार को जमकर सुनाया है. पाकिस्तानियों ने कहा कि पाक सरकार के लिए ये शर्मिंदगी की बात है.

Updated on: 10 Sep 2023, 07:21 PM

नई दिल्ली:

G20 Summit 2023 India : पूरे विश्व में भारत की अध्यक्षता में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन की चर्चा हो रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूके के पीएम ऋषि सुनक समेत जी-20 के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत में आए. मेहमान देशों के तौर पर बांग्लादेश सहित 9 देशों को भी बुलाया गया था. जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत ने पाकिस्तान को नहीं बुलाया था, जिस पर पाक के लोगों ने अपनी ही सरकार पर जमकर निशाना साधा है. 

पाकिस्तान के 'रियल इंटरटेनमेंट टीवी' यूट्यूब चैनल में अपलोड एक वीडियो में पाकिस्तानियों द्वारा अपनी सरकार को खूब खरीखोटी सुनाते नजर आ रहे हैं. जब यूट्यूब के एंकर ने एक व्यक्ति से पूछा कि भारत में जी-20 समिट का आयोजन हो रहा है, जिसमें कई बड़े बड़े देशों ने शिरकत की और बांग्लादेश को भी बुलाया गया. पाकिस्तान और पाक के लोग इसे किस नजरिये से देख रहे हैं. 

इसके जवाब में उस पाकिस्तानी व्यक्ति ने कहा कि हमारे देश के हालात ऐसे नहीं हैं कि हमें बुलाएं. सबसे पहले पाकिस्तान को अमेरिका के चंगुल से बाहर निकलकर मुस्लिम कंट्री के सर्कल में जाना चाहिए. तब जाकर हमारे देश के हालात में सुधार होगा. पहले भी अंग्रजों ने हमारा इस्तेमाल किया और अब भी कर रहे हैं. 

एक अन्य पाकिस्तानी शख्स ने कहा कि दुनिया में पाकिस्तानियों के नेताओं की कोई इज्जत और सम्मान नहीं है. दुनिया को पता है कि पाक में सब चोर-डाकू ही बैठे हैं तो उनको बुलाने की क्या आवश्यकता है. पाकिस्तान से बांग्लादेश आजाद हुआ है, लेकिन पाक को नहीं बुलाया गया, बांग्लादेश को बुलाया गया, क्योंकि वहां के नेता सही हैं. 

एक अन्य व्यक्ति ने अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि भारतीय भी कहते हैं कि आपका देश चोर-डाकू के हाथों में है. अगर पाकिस्तान के ऐसे ही हालात रहे तो ये देश कभी तरक्की नहीं कर पाएगा. मुल्क हमेशा पीछे ही रहेगा. दुनिया में पाकिस्तानियों की कोई कदर नहीं है. 

एक अन्य पाकिस्तानी ने कहा कि पाकिस्तान को गलती से आजाद हुए 75 वर्ष हो गए हैं. जिन लोगों ने विभाजन का विरोध किया था वो लोग सही थे. बंटवारा नहीं होना चाहिए थे. एक और व्यक्ति ने कहा कि ये बेहद की शर्मिंदगी की बात है कि परमाणु शक्ति न होने के बाद बांग्लादेश को बुलाया गया, लेकिन पाकिस्तान को नहीं बुलाया गया.