लूनर ऑर्बिटर दानुरी 135 दिन बाद चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगी: KRI
कोरिया एयरोस्पेस रिसर्च इंस्टीट्यूट (केएआरआई) ने कहा है कि लॉन्च के 135 दिन बाद शनिवार को दक्षिण कोरिया के पहले लूनर ऑर्बिटर दानुरी ने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. मानव रहित अंतरिक्ष यान ने पांच चक्करों के हिस्सों के रूप में अपना पहला चंद्र कक्षा सम्मिलन (एलओआई) युद्धाभ्यास किया और आने वाले दिनों में इस तरह के चक्कर लगाने के लिए दानुरी को 29 दिसंबर को चंद्रमा की कक्षा में कैप्चर किया जाएगा.
सियोल:
कोरिया एयरोस्पेस रिसर्च इंस्टीट्यूट (केएआरआई) ने कहा है कि लॉन्च के 135 दिन बाद शनिवार को दक्षिण कोरिया के पहले लूनर ऑर्बिटर दानुरी ने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. मानव रहित अंतरिक्ष यान ने पांच चक्करों के हिस्सों के रूप में अपना पहला चंद्र कक्षा सम्मिलन (एलओआई) युद्धाभ्यास किया और आने वाले दिनों में इस तरह के चक्कर लगाने के लिए दानुरी को 29 दिसंबर को चंद्रमा की कक्षा में कैप्चर किया जाएगा.
पहले युद्धाभ्यास में, केएआरआई शोधकतार्ओं ने इसकी गति को लगभग 8,000 किलोमीटर प्रति घंटे से घटाकर 7,500 किलोमीटर प्रति घंटे करने के लिए लगभग 13 मिनट तक दानुरी के थ्रस्टर्स का उपयोग किया. विश्लेषण के बाद सोमवार को नतीजों के बारे में बताया जाएगा. योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, दूसरे युद्धाभ्यास की योजना बुधवार को है.
दानुरी को दक्षिण कोरिया के पहले चंद्र मिशन के लिए फ्लोरिडा में केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर 5 अगस्त को लॉन्च किया गया था. इसने अब तक 5.94 मिलियन किमी की यात्रा की है.
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