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पहले झेली 900 भूकंप की मार, अब ज्वालामुखी ने इस देश के सामने खड़ी कर दी मुसीबत

Iceland volcano Eruption: यूरोपीय देश आइसलैंड में भूकंप के बाद ज्वालामुखी विस्फोट का खतरा बढ़ गया है. जिसके चलते सरकार ने स्थानीय लोगों को ये इलाका खाली करने का अनुरोध किया है.

Updated on: 15 Nov 2023, 12:47 PM

highlights

  • आइसलैंड में 900 भूकंप के बाद एक और मुसीबत
  • अब ज्वालामुखी ने लोगों के सामने पैदा की आफत
  • पीएम ने किया इलाका खाली करने का अनुरोध

New Delhi:

Iceland volcano Eruption: भारत समेत दुनिया के कई देशों में पिछले कुछ महीनों से भूकंप की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं. इसी बीच यूरोपीय देश आइसलैंड में एक-दो बार नहीं बल्कि 900 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. अभी लोग भूकंप से उबरे भी नहीं थे कि अब यहां ज्वालामुखी ने मुसीबत बढ़ा दी. ज्वालामुखी फूटने के बाद देश की सड़कें फट गईं और उनसे लावा बाहर निकलने लगा. ये नजारा देखकर वहां रहने वाले लोग बुरी तरह से सहम गए. हालांकि अभी तक इस ज्वालामुखी से किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई हैं.

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पीएम ने लोगों से किया सुरक्षित स्थान पर जाने का अनुरोध

लोगों की सुरक्षा को देखते आइसलैंड की प्रधानमंत्री कैटरिन जैकब्सडॉटिर ने इलाके को खाली करने का आदेश दिया है. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि वे ये इलाका छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं. बता दें कि हाल के दिनों में देश के रेक्जेन्स प्रायद्वीप में सैकड़ों बार भूकंप आए हैं. जिसके चलते यहां भीषण ज्वालामुखी के फटने का खतरा मंडरा रहा है.

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उन्होंने डेली स्टार के हवाले से कहा कि बहुत कम समय में लोगों को उनके घर छोड़ने के लिए कहना अकल्पनीय और बड़ा निर्णय है. उन्होंने कहा कि हम सभी महसूस करते हैं कि यह अनिश्चितता उन पर कितनी भारी पड़ेगी. लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक जगह बनाने की कोशिश की जा रही है. जिससे स्थानीय लोगों को सबसे जरूरी सामान ले जा सकें. आइसलैंडिक मौसम विज्ञान सेवा ने सोमवार को मध्यरात्रि और दोपहर के बीच लगभग 900 भूकंप आने की बात कही थी.

अधिकारियों ने की आपातकाल की घोषणा

भूकंप के झटकों के बाद ज्वालामुखी विस्फोट के चलते अधिकारियों ने इलाके में आपातकाल की घोषणा की है. इसके साथ ही भूकंप ने फाग्राडल्सफजाल ज्वालामुखी के संभावित विस्फोट के बारे में विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है. बता दें कि आइसलैंड यूरेशियन और उत्तरी अमेरिकी टेक्टोनिक प्लेटों के बीच बसा है. जिसके चलते यहां भूकंप के अलावा ज्वालामुखी आने का हमेशा खतरा बना रहता है.

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खाली कराया गया शहर

भूकंप के बाद इस इलाके में मछली पकड़ने वाले समुदाय के ग्रिंडाविक शहर को खाली करा दिया गया है. इसके बाद 4,000 निवासियों को आवश्यक आपूर्ति जुटाने के लिए सोमवार को अस्थायी रूप से लौटने की अनुमति दी गई है. यहां आए भूकंप और ज्वालामुखी के बाद सोशल मीडिया में इसकी तमाम तस्वीरें भी वायरल हो रही है. इन्हीं में से एक तस्वीर पर टिप्पणी करते हुए एक यूजर ने लिखा कि, ऐसा लगता है कि यह फिल्म 2012 का दृश्य है.